पटना: Tejashwi Yadav’s second EPIC number, बिहार में मतदाता सूची के गहन परीक्षण अभियान से बवाल मचा हुआ है। नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा था कि मतदाता सूची से उनका नाम काट दिया गया है। इस बयान के बाद राज्य में राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई। चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने दावा किया कि तेजस्वी का नाम मतदाता सूची में मौजूद है। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने स्क्रीन शॉट शेयर कर खंडन किया।
वहीं अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है। जिसमें कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव के पास एक नहीं बल्कि दो EPIC (इलेक्टोरल फोटो आइडेंटिटी कार्ड) नंबर हैं। जिसके बाद मामला काफी उलझ गया है और चुनाव आयोग ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के 10 सवालों को फैक्टचेक में भ्रामक बताया। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि ड्राफ्ट मतदाता सूची राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई है और दावे व आपत्तियों के लिए एक महीने का समय निर्धारित किया गया है।
❌ उठाए गए सवाल भ्रामक और तथ्यहीन हैं
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— Election Commission of India (@ECISVEEP) August 2, 2025
ECI के अनुसार तेजस्वी यादव ने 2020 में नामांकन के समय अपने शपथ पत्र में EPIC नंबर RAB0456228 का उपयोग किया था। यह नंबर 2015 से उनके नाम के साथ जुड़ा हुआ है और 1 अगस्त को प्रकाशित ड्राफ्ट मतदाता सूची में भी उनका नाम इसी नंबर के साथ अंकित है। वहीं तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो EPIC नंबर बताया वह RAB2916120 है, जिसकी जांच के बाद चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि यह नंबर रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ECI ने इस मामले में दस साल पुराने रिकॉर्ड खंगाले हैं, लेकिन दूसरे EPIC नंबर से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं मिला। आयोग ने यह भी कहा है कि यह “बहुत संभव है” कि दूसरा EPIC नंबर कभी आधिकारिक रूप से बनाया ही नहीं गया हो। अब आयोग इस नंबर की हकीकत जानने के लिए गहराई से जांच कर रहा है कि कहीं यह फर्जी दस्तावेज तो नहीं है। अगर ऐसा साबित होता है तो यह मामला कानूनी रूप से गंभीर हो सकता है, और तेजस्वी के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि मतदाता सूची से उनका नाम हटा दिया गया है। आयोग ने साफ कहा कि उनका नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में मौजूद है और उनके पास वैध EPIC नंबर है।
वहीं अब अगर दूसरे EPIC नंबर को लेकर फर्जीवाड़ा सामने आता है तो तेजस्वी यादव के लिए यह कानूनी संकट खड़ा कर सकता है। दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इसे लेकर राजनीतिक हमला तेज कर दिया है। वहीं चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि जांच पूरी होने तक इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।
चुनाव आयोग ने जिन 𝟔𝟓 लाख मतदाताओं के नाम विलोपित किए है उससे संबंधित हमारे कुछ वाजिब एवं तार्किक सवाल है। क्या @𝐄𝐂𝐈𝐒𝐕𝐄𝐄𝐏 इसका बिंदुवार जवाब देगा?
𝟏. इन 𝟔𝟓 लाख मतदाताओं को मृत, स्थानांतरित या अनुपस्थित घोषित करने का आधार क्या है? मृतक मतदाताओं के परिजनों से कौन सा…
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 2, 2025