जबलपुर : Tiffin Bomb Found In Excavation जबलपुर के पाटन में सड़क निर्माण की खुदाई कर रहे मजदूरों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब मजदूरों के फावड़े में एक टिफिन बम फंस गया। मजदूरों ने जब पूरी तरह खुदाई करके टिफिन बम को निकाला तो उसके अंदर बैटरी वायर और बारूद पाया गया जिसमे 900 वाट बम लिखा हुआ था। बड़ी बात यह रही कि जब पुलिस को इस बात की सूचना दी गई। पुलिस ने बॉम्ब स्क्वॉड टीम को बिना बुलाए ही टिफिन बम को नगर परिषद के कर्मचारियों से उठवा कर थाने में रखवा लिया गया।
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Tiffin Bomb Found In Excavation स्थानीय लोगों की मांग थी कि बॉम्ब स्क्वॉड की टीम जांच करके और भी तलाशी करे। वहीं पूरे मामले में पुलिस विभाग द्वारा लापरवाही देखने मिली। जबकि जैसे ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारीयों को यह जानकारी लगी तो मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया। और बॉम्ब स्क्वॉड की टीम को सूचना देकर बुलाया गया। साथ ही पूरे इलाके के साथ साथ सड़क की खुदाई में मिले टिफिन बम की जांच भी की गई। पुलिस टीम अब इस बात का पता लगाने में जुटी है। कि आखिर किसके द्वारा यह बम यहां पर रखा गया और उसका क्या मकसद था। फिलहाल पुलिस तमाम बिंदुओं पर जांच की बात कह रही है।
जबलपुर के पाटन में "टिफिन बम" मिलने की घटना कब और कैसे हुई?
यह घटना सड़क निर्माण की खुदाई के दौरान हुई, जब मजदूरों ने खुदाई में एक टिफिन बम पाया। टिफिन के अंदर बैटरी, वायर और बारूद मिला, जिस पर "900 वाट बम" लिखा हुआ था।
क्या "टिफिन बम" की जांच के लिए बॉम्ब स्क्वॉड टीम को बुलाया गया था?
शुरुआत में पुलिस ने बॉम्ब स्क्वॉड टीम को नहीं बुलाया और टिफिन बम को नगर परिषद के कर्मचारियों से थाने में रखवा दिया। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर बॉम्ब स्क्वॉड टीम को बुलाया गया।
क्या "टिफिन बम" मिलने के बाद क्षेत्र की पूरी तलाशी ली गई?
हां, बाद में बॉम्ब स्क्वॉड टीम ने पूरे इलाके और सड़क की खुदाई में मिले टिफिन बम की जांच की।
पुलिस इस मामले में किन बिंदुओं पर जांच कर रही है?
पुलिस जांच कर रही है कि टिफिन बम को वहां किसने और क्यों रखा। इसके पीछे का मकसद जानने के लिए विभिन्न संभावनाओं की जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों की क्या मांग थी "टिफिन बम" की घटना के बाद?
स्थानीय लोगों ने मांग की थी कि बॉम्ब स्क्वॉड की टीम को बुलाकर पूरी क्षेत्रीय जांच की जाए ताकि किसी अन्य खतरे को टाला जा सके।