CG Naxal News: शहीदी सप्ताह पर बस्तर में हाई अलर्ट! नक्सलियों की साजिश नाकाम करने फोर्स तैनात, सर्चिंग अभियान तेज

CG Naxal News: शहीदी सप्ताह पर बस्तर में हाई अलर्ट! नक्सलियों की साजिश नाकाम करने फोर्स तैनात, सर्चिंग अभियान तेज

  • Reported By: Naresh Mishra

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  • Publish Date - July 28, 2025 / 04:24 PM IST,
    Updated On - July 28, 2025 / 04:24 PM IST

CG Naxal News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • नक्सलियों का शहीदी सप्ताह शुरू,
  • सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर,
  • सर्चिंग अभियान तेज

जगदलपुर: Jagdalpur News: माओवादी संगठन द्वारा 28 जुलाई से 3 अगस्त तक मनाए जा रहे “शहीदी सप्ताह” को लेकर पूरे बस्तर संभाग में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। नक्सलियों की किसी भी बड़ी घटना की आशंका को देखते हुए माओवाद प्रभावित जिलों सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर में सुरक्षाबलों ने सर्चिंग और गश्त तेज कर दी है। सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। CG Naxal News

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CG Naxal News:  बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने जानकारी देते हुए बताया कि नक्सली हर वर्ष की तरह इस बार भी अपने मारे गए सक्रिय सदस्यों की स्मृति में शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। इस दौरान वे स्मारक निर्माण, बैनर-पोस्टर लगाना, जनसभाएं आयोजित करने जैसी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। इसके साथ ही वे सुरक्षा बलों के विरुद्ध उकसावे की कार्यवाहियां कर सकते हैं।

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CG Naxal News:  आईजी सुंदरराज पी. के अनुसार, हालिया नक्सली घटनाओं और उनकी गतिविधियों के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि माओवादी सॉफ्ट टारगेट को निशाना बना सकते हैं। इनमें आम नागरिक, सरकारी कर्मचारी या सुरक्षाबलों के वाहन शामिल हो सकते हैं। ऐसे में IED ब्लास्ट और वाहनों में आगजनी जैसे हमलों की आशंका को देखते हुए विशेष एहतियात बरती जा रही है। सुरक्षा बलों द्वारा संवेदनशील इलाकों में न केवल सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है बल्कि सड़क मार्गों पर चौकसी बढ़ा दी गई है।

माओवादी "शहीदी सप्ताह" क्या होता है?

माओवादी "शहीदी सप्ताह" हर साल माओवादियों द्वारा उनके मारे गए सदस्यों की स्मृति में मनाया जाता है, जिसमें वे स्मारक बनाते हैं, रैलियां करते हैं और हिंसक गतिविधियां भी कर सकते हैं।

शहीदी सप्ताह के दौरान कौन-कौन से जिले सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं?

शहीदी सप्ताह के दौरान प्रभावित जिले सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर होते हैं, जहां माओवादी गतिविधियों की आशंका अधिक रहती है।

क्या शहीदी सप्ताह के समय आम नागरिकों को सावधान रहना चाहिए?

हाँ, शहीदी सप्ताह के समय आम नागरिकों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि माओवादी सॉफ्ट टारगेट को निशाना बना सकते हैं।

सुरक्षा बलों की क्या तैयारियां हैं शहीदी सप्ताह के लिए?

शहीदी सप्ताह को देखते हुए सुरक्षा बलों द्वारा सघन तलाशी अभियान, गश्त, और सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जा रही है।

क्या माओवादी IED ब्लास्ट जैसी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं?

हाँ, शहीदी सप्ताह के दौरान माओवादी IED ब्लास्ट या वाहनों में आगजनी जैसे हमलों की साजिश रच सकते हैं, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं।