Jagdalpur News: किस्त समय पर चुकाई, फिर भी नहीं मिले ज़मीन के कागज़! बैंक पर उपभोक्ता फोरम ने ठोका 2 लाख का जुर्माना

किस्त समय पर चुकाई, फिर भी नहीं मिले ज़मीन के कागज़...Jagdalpur News: Installment paid on time, still land papers not received! Consumer

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Reported By: Naresh Mishra

Modified Date: June 19, 2025 / 08:28 PM IST
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Published Date: June 19, 2025 8:28 pm IST
Jagdalpur News: किस्त समय पर चुकाई, फिर भी नहीं मिले ज़मीन के कागज़! बैंक पर उपभोक्ता फोरम ने ठोका 2 लाख का जुर्माना
HIGHLIGHTS
  • ज़मीन के कागज़ समय पर न लौटाना बैंक को पड़ा भारी,
  • उपभोक्ता फोरम ने बैंक पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया,
  • सरोज देवी और अखिलेश चौहान ने बैंक से होम लोन लिया था,

जगदलपुर: Jagdalpur News:  समय पर होम लोन की किस्त चुकाने के बावजूद ज़मीन के कागज़ समय पर न लौटाना बैंक को भारी पड़ गया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कलेक्टोरेट शाखा द्वारा तय समयसीमा में दस्तावेज़ न देने पर उपभोक्ता फोरम ने बैंक पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

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Jagdalpur News:  बता दे की जगदलपुर निवासी सरोज देवी और अखिलेश चौहान ने बैंक से होम लोन लिया था। लोन की आखिरी किश्त जमा करने के बाद भी 30 दिन के अंदर उन्हें ज़मीन के कागज़ नहीं मिले. इस पर दोनों ने उपभोक्ता आयोग में शिकायत की। सुनवाई के बाद आयोग ने माना कि बैंक की यह लापरवाही सेवा में कमी है।

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Jagdalpur News:  आयोग ने बैंक को हर दिन की देरी के लिए पांच हजार रुपये की दर से ढाई लाख रुपए हर्जाना चुकाने का आदेश दिया। बैंक ने दस्तावेज़ आखिरकार 50वें दिन लौटाए थे। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि दस्तावेज़ लौटाना बैंक की जिम्मेदारी है और तय समयसीमा में ऐसा न करना नियमों का उल्लंघन है।

"होम लोन दस्तावेज़" नहीं मिलने पर उपभोक्ता क्या कर सकता है?

अगर "होम लोन दस्तावेज़" लोन की पूरी किश्त जमा करने के बाद भी बैंक तय समयसीमा में नहीं देता, तो उपभोक्ता उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कर सकता है।

"होम लोन दस्तावेज़" देरी से देने पर बैंक को कितना जुर्माना देना पड़ सकता है?

उपभोक्ता फोरम केस के आधार पर प्रति दिन की देरी के लिए हर्जाना तय कर सकता है। जैसे इस केस में बैंक को 50 दिन की देरी पर ₹2.5 लाख का जुर्माना लगाया गया।

क्या "होम लोन दस्तावेज़" लौटाना बैंक की जिम्मेदारी होती है?

हां, लोन की सभी किस्तें समय पर चुकाने के बाद, "होम लोन दस्तावेज़" ग्राहक को समय पर लौटाना बैंक की कानूनी जिम्मेदारी होती है।

उपभोक्ता फोरम में "होम लोन दस्तावेज़" मामले की सुनवाई कितने समय में होती है?

आमतौर पर उपभोक्ता फोरम ऐसे मामलों की सुनवाई तीन से छह महीने में करता है, लेकिन मामला जटिल होने पर इसमें अधिक समय लग सकता है।

क्या अन्य बैंकों पर भी "होम लोन दस्तावेज़" में देरी के लिए कार्रवाई हो सकती है?

हां, अगर कोई भी बैंक दस्तावेज़ समय पर नहीं लौटाता है तो उस पर भी उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत जुर्माना या कार्रवाई हो सकती है।