नई दिल्ली: Lok Sabha Chunav 2024 लोकसभा चुनाव के चरण जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे है। नई सरकार को लेकर कवायद शुरू हो गई है। बीजेपी का दावा है कि पीएम मोदी हैट्रिक लगाने वाले हैं। वहीं विपक्षी नेता इंडिया गठबंधन के बैनर तले 10 साल बाद सत्ता में वापसी का सपना दे रहे हैं। इसी बीच TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने इंडिया अलायंस की सरकार बनने पर बाहर से समर्थन का ऐलान कर हैरान कर दिया है।
Lok Sabha Chunav 2024 देश में लोकसभा चुनाव का ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो 4 जून को आने वाले नतीजों से ही साफ होगा। लेकिन उससे पहले इंडिया गठबंधन में नई सरकार को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। ममता बनर्जी ने बुधवार को एक चुनावी रैली के दौरान इंडिया अलायंस की सरकार बनने की स्थिति में बाहर से समर्थन का एलान कर सबको चौका दिया।
खास बात ये है कि ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। लेकिन TMC बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही हैं। चुनाव के मोर्चे पर बीजेपी ही नहीं बल्कि लेफ्ट और कांग्रेस से भी उन्हें मुकाबला करना है। इसी के चलते कांग्रेस और TMC में आए दिन तकरार देखने को मिल रही है। ममता के ताजा पॉलिटिकल स्टैंड पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तंज कसा है
दूसरी ओर कांग्रेस को छोड़ इंडिया गठबंधन के बाकी दल ममता के स्टैंड को लेकर ज्यादा परेशान नहीं है। उद्धाव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना के नेता संजय राऊत का कहना है कि ममता दीदी हमारी तरह तानाशाही के खिलाफ लड़ रही हैं। इससे फर्क नहीं पड़ता कि वो सरकार के अंदर रहे या बाहर। वहीं ममता बनर्जी के ताजा रुख से बीजेपी को इंडिया ब्लॉक पर निशाना साधाने का मौका मिल गया है। बीजेपी नेता तंज कस रहे हैं कि अभी चुनाव भी संपन्न नहीं हुए हैं और इंडिया गठबंधन की कलह खुलकर सामने आ गई है।
पीएम मोदी ने भी लगे हाथों यूपी के भदोही में ममता बनर्जी और अखिलेश यादव पर तंज कसा पीएम ने चुनावी रैली के दौरान कहा कि अखिलेश यादव को ममता बनर्जी से पूछना चाहिए कि वो यूपी के लोगों को बाहरी क्यों कहती हैं।
ममता बनर्जी बंगाल की सियासत की मंझी हुई खिलाड़ी है। उन्हें केंद्र की सत्ता का भी अच्छा खासा अनुभव है। ममता यूपीए और अटल बिहारी वाजपेयी के दौर की NDA सरकार का हिस्सा रह चुकी हैं। माना जा रहा है कि ममता का बाहर से समर्थन का फैसला इंडिया गठबंधन के बाकी दलों पर दबाव और बंगाल के लिए मोल भाव की कोशिश के चलते उठाया गया है। ममता ये भी उम्मीद कर रही हैं कि बाकी 3 चरणों में होने वाले चुनाव में वो अपने इस रुख से TMC के लिए ज्यादा वोट बटोर सकती हैं।