‘जनपद’ में किसकी जय? क्या शहरों के बाद गांवों में भी पिछड़ गई कांग्रेस?

'जनपद' में किसकी जय? क्या शहरों के बाद गांवों में भी पिछड़ गई कांग्रेस? After cities, Congress lags behind even in villages

‘जनपद’ में किसकी जय? क्या शहरों के बाद गांवों में भी पिछड़ गई कांग्रेस?
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 pm IST
Published Date: July 27, 2022 10:53 pm IST

भोपालः मध्यप्रदेश में 73 फीसदी आबादी गांवों में रहती है। यानी लगभग शहरी आबादी से तीन गुना ज्यादा लोग गांवों में रहते हैं। जाहिर है लोकतंत्र में खेल पूरा संख्या बल का ही है तो निकाय के बाद पंचायत में कौन पावरफुल है लड़ाई अब इसी पर आ गई है। किसके कितने जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनें।

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बहरहाल अगर आज के चुनाव को देखे तो 170 में से बीजेपी ये दावा कर रही है कि उसके समर्थित 121 जनपद अध्यक्ष अपना चुनाव जीत गए है। यहां 21 जनपद अध्यक्ष निर्विरोध जीते हैं और 13 जिलों में बीजेपी ने एकतरफा जीत दर्ज की है। इस दावे में कितना दम है और क्या शहरों के बाद गांवों में पिछड़ गई कांग्रेस और जनपद में सही मायने में किसकी जय हुई है।

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।