सेना ने प्रशिक्षण अभ्यास में स्वदेशी तकनीकों के एकीकरण का प्रदर्शन किया |

सेना ने प्रशिक्षण अभ्यास में स्वदेशी तकनीकों के एकीकरण का प्रदर्शन किया

सेना ने प्रशिक्षण अभ्यास में स्वदेशी तकनीकों के एकीकरण का प्रदर्शन किया

सेना ने प्रशिक्षण अभ्यास में स्वदेशी तकनीकों के एकीकरण का प्रदर्शन किया
Modified Date: October 23, 2024 / 12:31 am IST
Published Date: October 23, 2024 12:31 am IST

भोपाल, 22 अक्टूबर ( भाषा) मध्य प्रदेश में बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में सेना के एकीकृत फायर एवं युद्धाभ्यास प्रशिक्षण ‘स्वावलंबन शक्ति’ का मंगलवार को समापन हो गया।

सुदर्शन चक्र कोर के तहत व्हाइट टाइगर डिवीजन द्वारा आयोजित छह दिवसीय इस अभ्यास में 1,800 से अधिक कर्मियों, 210 बख्तरबंद वाहनों, 50 विशेषज्ञ वाहनों समेत अन्य संसाधनों ने भाग लिया।

सुदर्शन चक्र कोर सेना की एक स्ट्राइक कोर है और इसका मुख्यालय भोपाल में है।

यह युद्धाभ्यास भारतीय रक्षा उद्योग से प्राप्त नए प्रौद्योगिकी उपकरण (एनटीई) का परीक्षण करने पर केंद्रित था, ताकि भविष्य की युद्ध रणनीतियों को आकार दिया जा सके।

सेना की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस अभ्यास ने सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के साथ सेना की स्वदेशी तकनीकों के एकीकरण को प्रदर्शित किया।

समापन समारोह में दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, सुदर्शन चक्र कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल प्रीत पाल सिंह और सेना तथा उद्योग भागीदारों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने कहा, ‘स्वावलंबन शक्ति अभ्यास आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। भारतीय उद्योग के नवाचार हमारी क्षमताओं को बदल रहे हैं और हम अपने संचालन में उन्नत प्रौद्योगिकी को एकीकृत करना जारी रखेंगे।’

इस आयोजन ने निजी क्षेत्र के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

भाषा दिमो नोमान

नोमान

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