बांग्लादेश और पाकिस्तान में शायद अब भी ‘बाबर जैसी सोच वाले लोग’ मौजूद : लेखी
बांग्लादेश और पाकिस्तान में शायद अब भी ‘बाबर जैसी सोच वाले लोग’ मौजूद : लेखी
इंदौर (मध्यप्रदेश), 26 दिसंबर (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों को लेकर नाराजगी जताते हुए शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में कुछ हद तक शायद अब भी मुगल आक्रांता बाबर जैसी सोच रखने वाले लोग मौजूद हैं।
लेखी ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाओं पर इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं हालांकि सब लोगों की बात नहीं कर रही हूं, लेकिन बांग्लादेश और पाकिस्तान में कुछ हद तक शायद आज भी बाबर जैसी सोच रखने वाले लोग मौजूद हैं और इसलिए वे हत्याएं कर रहे हैं। वे भारत को उकसाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि किसी न किसी तरीके से समाज में असहजता बढ़े।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में असहिष्णुता के लिए कोई जगह नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता ने कहा, ‘‘हमें हर चीज का ध्यान रखते हुए अपना कर्म करना है ताकि हमारा देश विखंडित न हो और एकजुट रहे, लेकिन आक्रांताओं के प्रति कोई सौहार्द्र भी नहीं होना चाहिए।’’
‘विकसित भारत-जी राम जी अधिनियम 2025’ को लेकर कांग्रेस की ओर से विरोध किए जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘उन लोगों से आप भला क्या उम्मीद कर सकते हैं जिन्होंने भगवान राम को काल्पनिक बताया था।’’
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की गिरती कीमत पर उन्होंने कहा कि रुपये का अवमूल्यन अर्थव्यवस्था का एक पहलू भर है, लेकिन भारत का स्वर्ण भंडार बढ़ा है, निर्यात में इजाफा हुआ है और महंगाई दर घटी है।
लेखी ने ‘वीर बाल दिवस’ पर भाजपा के इंदौर कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर भाजपा कार्यालय में सिख समुदाय के रीति-रिवाजों के मुताबिक कथा-कीर्तन और लंगर का आयोजन भी किया गया।
लेखी ने कहा, ‘‘देश की विरासत में बच्चों की वीरता का इतिहास भी शामिल है। हर बच्चे को देश और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को लेकर इस इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए।’’ भाषा हर्ष जोहेब
जोहेब

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