Publish Date - April 12, 2025 / 12:15 PM IST,
Updated On - April 12, 2025 / 12:15 PM IST
Madhya Pradesh News/ Image source: Mohan Yadav X
HIGHLIGHTS
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की वन्य संरक्षण और पर्यटन में एक ऐतिहासिक पहल
सागर जिले में आरक्षित वन के 258.64 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को अभयारण्य घोषित
भारत के संविधान निर्माता के नाम पर अभयारण्य का नाम डॉ . भीमराव अम्बेड़कर अभयारण्य रखा गया
Dr. Bhimrao Ambedkar Abhayaranya: भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वन्य संरक्षण और पर्यटन के क्षेत्र एक ऐतिहासिक पहल की है। बता दें कि, सागर जिले में आरक्षित वन के 258.64 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को अभयारण्य घोषित कर दिया है। 11 अप्रैल को अधिसूचना जारी की गई है।
बता दें कि, यह मध्यप्रदेश का 25वां अभयारण्य होगा। भारत के संविधान निर्माता के नाम पर अभयारण्य का नाम डॉ. भीमराव अम्बेडकर अभयारण्य रखा गया है। अभयारण्य के गठन से वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण एवं संवर्धन होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, अभयारण्य के गठन से पारिस्थिकीय तन्त्र में खाद्य श्रृखला सुदृढ़ होगी तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित होंगे तथा राज्य की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
मध्यप्रदेश सरकार ने किस जिले में नया अभयारण्य घोषित किया है?
मध्यप्रदेश सरकार ने सागर जिले में 258.64 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को अभयारण्य घोषित किया है।
इस नए अभयारण्य का नाम क्या रखा गया है?
इस अभयारण्य का नाम "डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य" रखा गया है।
यह अधिसूचना कब जारी की गई थी और यह मध्यप्रदेश का कौन सा अभयारण्य है?
यह अधिसूचना 11 अप्रैल को जारी की गई थी और यह मध्यप्रदेश का 25वाँ अभयारण्य है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य के गठन से क्या-क्या लाभ होंगे?
इस अभयारण्य के गठन से वन एवं वन्य प्राणियों का संरक्षण और संवर्धन होगा, पारिस्थितिकीय तंत्र में खाद्य श्रृंखला सुदृढ़ होगी, और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।