Bhopal News: अक्टूबर में ही खिला विद्यार्थियों का चेहरा, सीएम मोहन यादव ने दिया 303 करोड़ का तोहफा, कहा-अब शिक्षा ही सबसे बड़ी पूंजी…
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार, 30 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित एक कार्यक्रम में समेकित छात्रवृत्ति योजना के तहत राज्य के 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों को 303 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की।
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- मुख्यमंत्री निवास में आयोजित हुआ अहम कार्यक्रम
- प्रदेश के मुखिया ने बच्चों की पढ़ाई पर दिया जोर
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शिक्षा की नई व्यवस्था लागू
Bhopal News: भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार, 30 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित एक कार्यक्रम में समेकित छात्रवृत्ति योजना के तहत राज्य के 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों को 303 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को समय पर छात्रवृत्ति, ड्रेस, साइकिल और स्कूटी जैसी सुविधाएं प्रदान कर रही है, ताकि बच्चों की शिक्षा में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए।
साकार हो रहा हमारा संकल्प और विद्यार्थियों का सपना…
आज भोपाल में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और समेकित छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत प्रदेश के 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से ₹300 करोड़ की राशि अंतरित की। pic.twitter.com/bYN7oZqb6g
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 30, 2025
महीनों पहले खाते में डाली गई राशी
Bhopal News: मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले छात्रवृत्ति अप्रैल महीने में सत्र समाप्त होने के बाद दी जाती थी, लेकिन इस बार अक्टूबर माह में ही यह राशि विद्यार्थियों तक पहुंचाई गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। डॉ. यादव ने कहा, “मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पहले मां सरस्वती को प्रसन्न करना जरूरी है। बच्चों को अच्छी शिक्षा देना ही सरकार का सबसे बड़ा लक्ष्य है।”
LIVE: सिंगल क्लिक के माध्यम से 52 लाख से अधिक विद्यार्थियों के बैंक खातों में समेकित छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत ₹300 करोड़ का अंतरण https://t.co/y97GCCkdl8
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 30, 2025
पीएम के मार्गदर्शन को बताया शिक्षा व्यवस्था में सुधार का कारण
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में कई नए सुधार किए जा रहे हैं। प्रदेश में सांदीपनि विद्यालयों की स्थापना की जा रही है, जो देश के सबसे अच्छे सरकारी विद्यालयों में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पिछले महीने सरकार ने आरटीई (Right to Education) के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 8.5 लाख विद्यार्थियों की फीस प्रतिपूर्ति की थी।
डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के निजी स्कूलों में 20 प्रतिशत सीटें जरूरतमंद परिवारों के बच्चों के लिए आरक्षित हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश में इस समय 369 सांदीपनि विद्यालय और 55 पीएम एक्सीलेंस कॉलेज तैयार किए जा रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 6 और 9वीं के विद्यार्थियों में से लगभग 1 करोड़ बच्चों को नि:शुल्क साइकिलें वितरित की गई हैं।
5 लाख विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए गए
Bhopal News: इसके अलावा, बोर्ड परीक्षाओं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 5 लाख विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नीट, जेईई, क्लेट सहित सभी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग उपलब्ध कराने की दिशा में भी काम कर रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को डॉक्टर, इंजीनियर, वकील या उद्यमी बनने के साथ-साथ लोकतंत्र की रक्षा के लिए राजनीति में भाग लेने के लिए भी प्रेरित किया।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कही बड़ी बात
Bhopal News: कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने छात्रवृत्ति वितरण में पारदर्शिता और समानता बनाए रखी है। उन्होंने बताया कि 300 करोड़ रुपये की राशि राज्य के 52 लाख से अधिक स्कूली विद्यार्थियों के खातों में सीधे अंतरित की गई है। सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग लगातार शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए काम कर रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए “देव दीपावली से पहले की दिवाली” के समान है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह राशि विद्यार्थियों को आगे बढ़ने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करेगी।
राज्य सरकार का कहना है कि शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे इन प्रयासों का उद्देश्य हर बच्चे तक समान अवसर पहुंचाना और मध्यप्रदेश को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना है।
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