Publish Date - February 12, 2025 / 08:05 AM IST,
Updated On - February 12, 2025 / 08:05 AM IST
Mohan Cabinet ke Faisle| Source : Mohan Yadav X
भोपाल : CM Mohan Yadav Tour : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे। दिन की शुरुआत भोपाल में संत रविदास जयंती समारोह से होगी, जिसके बाद वे दिल्ली में GIS-2025 (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) से जुड़े कर्टन रेजर प्रोग्राम में भाग लेंगे।
CM Mohan Yadav Tour : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दोपहर 12:00 बजे भोपाल के हिंदी भवन में आयोजित संत रविदास जयंती समारोह में शामिल होंगे। दोपहर 2:00 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर 3:00 बजे: दिल्ली के होटल ताज में आयोजित GIS-2025 के कर्टन रेजर प्रोग्राम में शामिल होंगे। रात्रि 11:15 बजे भोपाल लौटेंगे।
CM Mohan Yadav Tour : GIS-2025 (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने और नई आर्थिक संभावनाओं को तलाशने का प्रमुख मंच है। इस कर्टन रेजर कार्यक्रम में देश-विदेश के उद्योगपति, निवेशक और नीति-निर्माता शामिल होंगे, जहां मुख्यमंत्री प्रदेश में निवेश को लेकर अपनी नीतियों को प्रस्तुत करेंगे। संत रविदास जयंती के अवसर पर भोपाल के हिंदी भवन में भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से शामिल होंगे। इस आयोजन में संत रविदास के विचारों और सामाजिक समरसता में उनके योगदान पर चर्चा होगी।
"संत रविदास जयंती समारोह" में मुख्यमंत्री कब और कहाँ शामिल होंगे?
मुख्यमंत्री दोपहर 12:00 बजे भोपाल के हिंदी भवन में संत रविदास जयंती समारोह में शामिल होंगे।
"GIS-2025 कर्टन रेजर प्रोग्राम" क्या है और इसका आयोजन कहाँ होगा?
GIS-2025 एक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट है, जिसे मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है। इस कर्टन रेजर प्रोग्राम का आयोजन दिल्ली के होटल ताज में दोपहर 3:00 बजे होगा।
"मुख्यमंत्री दिल्ली कब जाएंगे और कब लौटेंगे?"
मुख्यमंत्री दोपहर 2:00 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे और रात्रि 11:15 बजे भोपाल लौटेंगे।
"GIS-2025 कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल होगा?"
इस कार्यक्रम में देश-विदेश के उद्योगपति, निवेशक और नीति-निर्माता शामिल होंगे। मुख्यमंत्री इसमें मध्य प्रदेश की निवेश संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
"संत रविदास जयंती का आयोजन क्यों महत्वपूर्ण है?"
संत रविदास जयंती सामाजिक समरसता, आध्यात्मिकता और समानता के सिद्धांतों का प्रतीक है। यह आयोजन संत रविदास के आदर्शों को अपनाने और समाज में उनके योगदान को याद करने के लिए आयोजित किया जाता है।