#SarkaronIBC24: तीर्थ बनेंगे भगवान राम के वनवास से जुड़े स्थान! सीएम के ऐलान के बाद कांग्रेस ने पूछे सवाल...लोकसभा के पहले क्यों याद आई? |

#SarkaronIBC24: तीर्थ बनेंगे भगवान राम के वनवास से जुड़े स्थान! सीएम के ऐलान के बाद कांग्रेस ने पूछे सवाल…लोकसभा के पहले क्यों याद आई?

mp news: बीजेपी शासित राज्यों की सरकारें भी राम नाम की महिमा गाने में जुट गईं हैं.. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जहां जा रहे हैं वहां प्रभु राम के वनवास के जुड़े स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने ऐलान भी कर रहे..

Edited By :   Modified Date:  January 5, 2024 / 11:29 PM IST, Published Date : January 5, 2024/11:29 pm IST

#SarkaronIBC24 :जबलपुर। लोकसभा चुनाव पास आते ही भगवान राम, राजनीति के केन्द्र में ला दिए गए हैं… अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर केन्द्र सरकार, पूरे देश में दिवाली मनाने की अपील कर रही है तो मध्यप्रदेश सरकार को भी राम वन गमन पथ की याद आ गई है… मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने, मध्यप्रदेश में भगवान राम के वनवास से जुड़े स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का ऐलान किया है.. इस पर कांग्रेस कह रही है कि राम वनगमन पथ की योजना तो उसकी थी, भाजपा पहले ये बताए कि उसने इस पर काम क्यों रोक दिया था…

22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री राम विराजेंगे…राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में बस 17 दिन का वक्ता बचा है… हर तरफ राम की गूंज है… और, देश राम मय हो चुका है…मोदी सरकार के मंत्री, नेता सभी प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर घर-घर में दिवाली मनाने की अपील कर रहे हैं.. बीजेपी शासित राज्यों की सरकारें भी राम नाम की महिमा गाने में जुट गईं हैं.. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जहां जा रहे हैं वहां प्रभु राम के वनवास के जुड़े स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने ऐलान भी कर रहे..

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पहले जबलपुर और फिर ग्वालियर दौरे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने का ऐलान किया, जहां भगवान राम के चरण पड़े.. हालांकि ये प्रोजेक्ट 20 साल पहले से चर्चा में है, जिसका काम आज तक पूरा नहीं हो पाया… इस प्रोजेक्ट पर सबसे पहले बाबूलाल गौर के मुख्यमंत्री रहते साल 2004-05 में शुरू हुई थी लेकिन राम वनगमन पथ में रिज़र्व फॉरेस्ट आने की बात कहकर प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था..

इसके बाद शिवराज शासनकाल में इसकी खूब चर्चा हुई लेकिन पर्याप्त बजट ना मिलने से फाइल आगे नहीं बढ़ी…
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में राम वनगमन पथ के निर्माण का वादा किया था.. सत्ता में आई कमलनाथ सरकार ने 600 करोड़ रुपयों की लागत से राम वनगमन पथ बनाने का ख़ाका भी तैयार किया, लेकिन फिर कमलनाथ सरकार गिर गई और प्रोजेक्ट भी रुक गया…

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इसके बाद सत्ता में आई शिवराज सरकार ने “रामचंद्र पथ-गमन न्यास” बनाया.. हांलांकि न्यास ने अपने गठन के बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं.. अब मध्यप्रदेश के मुख्यमत्री मोहन यादव के ऐलान ने प्रोजेक्ट पर काम होने की उम्मीद जगा दी है…इधर कांग्रेस कह रही है कि ये प्रोजेक्ट कांग्रेस सरकार का था..

मध्यप्रदेश में हर बार चुनाव के समय राम वन गमन पथ योजना को लेकर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने होता आया है..ऐसे में जानकार भी मानते हैं कि बीजेपी को इसका फायदा 24 के चुनाव में मिल सकता है..

बहरहाल राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरे देश में हर्ष का माहौल है .. ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले रामलला तो अपनी जन्मभूमि पर विराज जाएंगे लेकिन यहां मध्यप्रदेश में देखना होगा कि भगवान राम के जुड़े स्थल, तीर्थ के रुप में कब तक विकसित हो पाते हैं….