भोपाल: Police Commissioner Decision: राजधानी में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने तथा थानों की कार्यप्रणाली में कसावट लाने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर ने नया अभियान शुरू किया है। अब हर दिन भोपाल के किसी न किसी थाने का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही हर सप्ताह एक दिन जनता से संवाद कर उनकी समस्याएं सीधे सुनी जाएंगी।
Police Commissioner Decision: पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया है कि यह पहल अपराधों पर नियंत्रण और पुलिसिंग को और अधिक जवाबदेह बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। निरीक्षण के दौरान थानों में दर्ज मामलों की स्थिति, विवेचना की प्रगति, साफ-सफाई, स्टाफ की उपस्थिति और जनता के प्रति व्यवहार की भी जांच की जाएगी।
Police Commissioner Decision: सप्ताह में एक दिन जनता से संवाद का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय नागरिक अपनी समस्याएं, शिकायतें और सुझाव सीधे पुलिस कमिश्नर के समक्ष रख सकेंगे। यह संवाद कार्यक्रम थानों या चिन्हित स्थलों पर आयोजित होगा।
भोपाल में "पुलिस कमिश्नर का निरीक्षण अभियान" किस उद्देश्य से शुरू किया गया है?
इस अभियान का उद्देश्य थानों की कार्यप्रणाली में कसावट लाना, पुलिसिंग को जवाबदेह बनाना और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना है।
"औचक निरीक्षण" में किन पहलुओं की जांच की जाएगी?
निरीक्षण के दौरान मामलों की विवेचना की स्थिति, स्टाफ उपस्थिति, साफ-सफाई और जनता के प्रति पुलिसकर्मियों का व्यवहार जांचा जाएगा।
"जनता से संवाद कार्यक्रम" किस दिन और कहां आयोजित होगा?
यह संवाद कार्यक्रम सप्ताह में एक दिन विभिन्न थानों या चिन्हित स्थलों पर आयोजित किया जाएगा, जहां नागरिक सीधे पुलिस कमिश्नर से अपनी समस्याएं साझा कर सकेंगे।
"भोपाल पुलिस की नई पहल" से जनता को क्या लाभ होगा?
इस पहल से जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान, पुलिस पर भरोसा और जवाबदेही में वृद्धि होगी।
क्या "पुलिस कमिश्नर से सीधी बात" ऑनलाइन भी संभव है?
फिलहाल यह कार्यक्रम स्थलों पर प्रत्यक्ष संवाद के रूप में आयोजित किया जा रहा है; ऑनलाइन विकल्प की घोषणा अभी नहीं की गई है।