यात्राओं से बनेगी बात!.. दलित-आदिवासी किसके साथ? दलित आदिवासी वोटर किसके साथ जाएंगे ?

यात्राओं से बनेगी बात!.. दलित-आदिवासी किसके साथ? Talks will be made through yatras!.. Dalit-tribals with whom? With whom will the

यात्राओं से बनेगी बात!.. दलित-आदिवासी किसके साथ? दलित आदिवासी वोटर किसके साथ जाएंगे ?
Modified Date: July 22, 2023 / 11:09 pm IST
Published Date: July 22, 2023 11:09 pm IST

भोपाल । मध्यप्रदेश में चुनावी यात्राएं शुरू होने से पहले जातिगत यात्राएं जोर पकड़ रही हैं। सीधी पेशाब कांड के बाद जहां एक ओर कांग्रेस मप्र में आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकाल रही है ।वहीं अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए बीजेपी दलित वर्ग को साधने के लिए संत रविदास यात्राएं निकालने वाली है। जिसके लिए 12 अगस्त को पीएम मोदी सागर में संत रविदास के भव्य मंदिर का भूमिपूजन करेंगे। देखिए चुनाव के ठीक पहले एमपी में कैसे यात्रा वर्सेज यात्राओं की रणनीति तैयार की जा रही है। MP अपनी कई योजनाओं और कार्यक्रमों के जरिये आदिवासियों तक पहुंच रही शिवराज सरकार । अब दलित वर्ग को साधने के लिए बड़ी प्लानिंग कर चुकी है। योजना के मुताबिक सागर में संत रविदास का 100 करोड़ की लागत से भव्य मंदिर बनाया जाना है।

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जिसका भूमि पूजन 12 अगस्त को पीएम मोदी खुद करेंगे। बीजेपी की तय योजना के मुताबिक 25 जुलाई से बीजेपी पूरे प्रदेश में संत रविदास गौरव यात्राएं निकालेगी। 25 जुलाई को नीमच से इसकी शुरूआत होगी। प्रदेश भर में पांच जगहों से एक साथ यात्राएं निकलेंगी। 12 अगस्त को सागर में यात्राओं को समापन होगा। 12 अगस्त को पीएम मोदी सागर में 100 करोड़ की लागत से बनने वाले संत रविदास के भव्य मंदिर की आधारशिला रखेंगे। शिवराज सरकार और बीजेपी दोनों ही इन यात्राओं को सफल बनाने में जी जान से जुटे हुए हैं। उधर सीधी में हुए पेशाब कांड के बाद कांग्रेस भी एक्टिव है और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को सियासी मुद्दा बनाने में जुटी है। कांग्रेस ने 19 जुलाई से सीधी से आदिवासी सम्मान यात्रा की शुरूआत की है। कांग्रेस की योजना के मुताबिक यात्रा आदिवासी बहुल 36 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी। यात्राओं का जिम्मा पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतीलाल भूरिया समेत पार्टी के आदिवासी नेताओं को दिया गया है।

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जाहिर है मप्र के विधानसभा चुनाव में अब महज तीन-चार महीने का ही वक्त बचा है। ऐसे में चुनावी सभाओं, रोड शो और प्रचार के पहले समाजों और वर्गों की साधने की सियासत जोरों पर है। जाहिर है जो आदिवासी और दलितों के बहुमत को साध लेगा। अगली सरकार उसकी ही बनेगी। मध्यप्रदेश में चुनावी यात्राएं शुरू होने से पहले जातिगत यात्राएं जोर पकड़ रही हैं। सीधी पेशाब कांड के बाद जहां एक ओर जहां कांग्रेस मप्र में आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकाल रही है। वहीं अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए बीजेपी दलित वर्ग को साधने के लिए संत रविदास यात्राएं निकालने वाली है। जिसके लिए 12 अगस्त को पीएम मोदी सागर में संत रविदास के भव्य मंदिर का भूमिपूजन करेंगे। देखिए चुनाव के ठीक पहले एमपी में कैसे यात्रा बर्सेस यात्राओं की रणनीति तैयार की जा रही है।

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