Holika Dahan in Bhopal: आज से होली का पर्व शुरू! रंग-गुलाल के रंग में रंगा प्रदेश, राजधानी में 1500 से ज्यादा इलाकों में जलाई जाएगी होलिका

Holika Dahan in Bhopal: आज से होली का पर्व शुरू! रंग-गुलाल के रंग में रंगा प्रदेश, राजधानी में 1500 से ज्यादा इलाकों में जलाई जाएगी होलिका |

Holika Dahan in Bhopal: आज से होली का पर्व शुरू! रंग-गुलाल के रंग में रंगा प्रदेश, राजधानी में 1500 से ज्यादा इलाकों में जलाई जाएगी होलिका

Holika Dahan in Bhopal | Photo Credit: Meta AI

Modified Date: March 13, 2025 / 10:45 am IST
Published Date: March 13, 2025 10:42 am IST
HIGHLIGHTS
  • प्रदेश होली के रंग में रंग चुका है और धूमधाम से होली की तैयारी की जा रही है।
  • राजधानी भोपाल में भी होली की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।
  • राजधानी भोपाल में लगभग 1500 से अधिक जगह पर होलिका दहन का आयोजन किया जा रहा है।

भोपाल। Holika Dahan in Bhopal: प्रदेश होली के रंग में रंग चुका है और धूमधाम से होली की तैयारी की जा रही है। राजधानी भोपाल में भी होली की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। दुकान आज सज गई हैं। आज से होली का पर्व शुरू हो रहा है। आज रात में होलिका दहन से इसकी शुरुआत होगी। राजधानी भोपाल में लगभग 1500 से अधिक जगह पर होलिका दहन का आयोजन किया जा रहा है। आज शाम को जगह-जगह पर होलिका जलाई जाएगी और लोग सुख समृद्धि और सब कुछ मंगल होने की कामना करेंगे।

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अगर बात करें होलिका दहन के मुहूर्त की तो पूर्णमासी के मुहूर्त में होलिका दहन की जाती है आज सुबह से पूर्णमासी लग जाएगी लेकिन इसके साथ ही साथ भद्र लगने के कारण रात तक लगभग 10:40 लाख तक होलिका दहन का शुभ मुहूर्त नहीं है। लगभग 10:40 तक भद्रा हटेगा और इसके पश्चात 11:00 बजे से लेकर 12:00 तक होलिका दहन करने का शुभ मुहूर्त पंडित द्वारा बताया जा रहा है। पंडितों का कहना है कि इस शुभ मुहूर्त में होलिका दहन करने से होलिका मांई हमारे सभी कष्ट हर लेंगी।

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क्यों मनाया जाता है होलिका दहन का पर्व?

होलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई के जीत के तौर पर मनाया जाता है और हर वर्ष यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। कहा जाता है कि विधि पूर्वक और नियमों के साथ होलिका दहन किया जाए तो सभी चिंता व परेशानियां भी उसी अग्नि में स्वाहा हो जाती हैं और परिवार में सुख-शांति का वास होता है। इस पर्व का सभी बेसब्री से इंतजार करते हैं और दूर दूर से अपने घरों में जाते हैं। इस शुभ दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ चंद्र देव की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है और धन धान्य की कभी कमी नही होती।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

Shyam Bihari Dwivedi, Content Writter in IBC24 Bhopal, DOB- 12-04-2000 Collage- RDVV Jabalpur Degree- BA Mass Communication Exprince- 5 Years