Brother Kidnapping Case: स्मार्ट फोन के चक्कर में हो गया सगे भाई का किडनैप! फिर मांगे फिरौती के 15 हजार रुपए, ऐसे हुआ पूरी घटना का खुलासा
Brother Kidnapping Case: एमपी के इंदौर थाना आज़ाद नगर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अपहरण की सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर दिया है।
Brother Kidnapping Case | Source : AI Meta
- इंदौर थाना आज़ाद नगर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अपहरण की सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर दिया है।
- पुलिस ने देवास जिले में घेराबंदी कर अपहरण में प्रयुक्त अर्टिगा कार सहित आरोपियों को पकड़ा।
- पुलिस टीम की तत्परता और संयुक्त प्रयासों की सराहना की जा रही है।
इंदौर। Brother Kidnapping Case: एमपी के इंदौर थाना आज़ाद नगर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अपहरण की सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने अपहृत अर्जुन ठाकुर को सकुशल बरामद कर तीन आरोपियों करण भंडारी, सुनील नागर और अजय कोरी को गिरफ्तार किया है।
500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने और तकनीकी सर्विलांस के बाद, पुलिस ने देवास जिले में घेराबंदी कर अपहरण में प्रयुक्त अर्टिगा कार सहित आरोपियों को पकड़ा। 15 हज़ार रु के चलते अपहरण की साजिश रची गई थी। चौथा आरोपी अरविंद भंडारी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस टीम की तत्परता और संयुक्त प्रयासों की सराहना की जा रही है।
अपहरण के बाद मांगे 15 हजार रुपए
एडिशनल एसपी आलोक शर्मा ने बुधवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों ने अर्जुन के परिजनों से फिरौती के लिए फोन करके 15 हजार रुपए मांगे। यह भी कहा कि रुपए मिलने पर अर्जुन को छोड़ देंगे। परिजनों ने 5000 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए, फिर भी नहीं छोड़ा तो अर्जुन के भाई उज्जवल सिंह ठाकुर ने पुलिस को भाई के अपहरण की सूचना दी।
खंगाले सीसीटीवी फुटेज
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अर्जुन के मोबाइल को सर्विलांस पर डाला और आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर ली। इस दौरान उन्होंने शहर के अलग–अलग हिस्सों के लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल डाले। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर इंदौर-देवास रोड से तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। वहीं चौथा आरोपी देवास का बताया जा रहा है, जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

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