रियायत, शिकायत, हिमायत… धर्मांतरण पर उबली सियासत? क्या शांति के टापू की तासीर बदल रही है?
रियायत, शिकायत, हिमायत... धर्मांतरण पर उबली सियासत? cases of love jihad and religious conversion are increasing
भोपाल। शांति के टापू मध्यप्रदेश में इन दिनों धर्म युद्ध चल रहा है। पूरे प्रदेश में लव जिहाद और धर्मांतरण के मामले बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही आस्था के केंद्रों में दूसरे मजहब के लोग घुसकर अमन-चैन बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इन मामलों पर जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है।
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दमोह में धर्मांतरण के खिलाफ जनाक्रोश उबल रहा है। शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने बंद का अह्वान किया तो सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। लेकिन सिर्फ यही एक घटना नहीं है। गोकशी, मंदिर तोड़ने और लव जिहाद के मुद्दों पर हिंदू संगठन लगातार नाराजगी जता रहे हैं।
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दरअसल, मध्यप्रदेश में आएदिन लव जिहाद और धर्मांतरण की खबरें सामने आ रही हैं। खुद सीएम शिवराज ने विधानसभा में स्वीकारा है कि पिछले 2 साल में लव जिहाद के 113 मामले दर्ज किए गए हैं। प्रदेश में लगातार लोग दूसरे धर्म को अपना रहे हैं, जिसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है।
जबलपुर में बिशप पीसी सिंह के कारनामे का खुलासा, इंदौर के लॉ कॉलेज में हिंदू धर्म के खिलाफ विवादित किताब, इंदौर के शिव मंदिर में अश्लील हरकत और भोपाल के स्कूल में धर्म परिवर्तन जैसे कुछ मामले बानगी भर हैं। जो बताते हैं कि एमपी में एक ओर धर्म युद्ध चल रहा है तो दूसरी ओर इस मुद्दे पर सियासत गर्म है।
मध्य प्रदेश में धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून है, बावजूद धर्म के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे है कि क्या किसी धर्म विशेष के खिलाफ सुनियोजित साजिश की जा रहा है। एमपी में आखिर क्यों बार-बार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं? क्या शांति के टापू की तासीर बदल रही है?

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