छतरपुर। जिले के महाराजपुर विधानसभा के विधायक नीरज दीक्षित आधी रात को अपनी विधानसभा क्षेत्र के टटम के बिजली विभाग कार्यालय सामने धरने पर बैठ गए। इसके पीछे का करण था कि क्षेत्र की जनता बिजली कटौती से परेशान है, जबकि कलेक्टर का आदेश है, कि बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बिजली कटौती नहीं की जाए। कई बार अधिकारियों से बात करने के बाद भी लगातार बिजली कटौती होने की वजह से अपने क्षेत्र की जनता की शिकायत पर विधायक रात में ही धरने पर बैठ गए। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के आने और बिजली ना काटे जाने का आश्वासन देने के बाद धरना खत्म हुआ।
कांग्रेस विधायक नीरज दीक्षित कल मध्य रात्रि विधानसभा सत्र के बाद भोपाल से लौटे तो अपनी विधानसभा के टटम पावर हाउस के बाहर कई गांव के लोगों के साथ धरने पर बैठ गए। इसके पीछे का कारण बिना नोटिस लाइट काटना और वसूली के लिए गाड़ी घोड़ा घर से उठा लाना। जिस बात को लेकर क्षेत्र के लोग कई दिनों से विधायक से शिकायत कर रहे थे और जब विधायक भोपाल से लौटे तो आधी रात को ही धरने पर बैठ गए। जब विधायक जी से बात हुई तो उनका कहना थाकि हम कई बार अधिकारियों को मौखिक और लिखित रूप से बिजली की समस्याओं से अवगत करा चुके हैं, लेकिन कर्मचारी और अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं। जिस कारण मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा।
विधायक नीरज दीक्षित ने कहा कि कलेक्टर के आदेश (परीक्षाओं के दौरान लाइट ना काटी जाए) होने के बावजूद भी मेरी विधानसभा के लोगों को जबरदस्ती परेशान किया जा रहा है। जब यह बात उच्च अधिकारियों को पता चली तो खजुराहो डीई संजय गुप्ता मौके पर पहुंचे और विधायक नीरज दीक्षित को आश्वासन देते हुए भरोसा दिलाया कि अब ऐसी समस्याएं नहीं आएंगी। तब जाकर विधायक ने धरना खत्म किया।
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