pravesh shukla urinating भोपाल। सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद पीड़ित दशमत रावत को 5 लाख की सहायता जारी कर दी गई है। घर बनाने 1 लाख 50 हजार की सहायता राशि दी गई है। CM के निर्देश के बाद सीधी कलेक्टर ने सहायता राशि दी है। इसके पहले आज सीधी पेशाब कांड पीड़ित आदिवासी युवक दशमत ने आज सीएम हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पीड़ित आदिवासी का हाथ पकड़कर उसे सीएम हाउस के भीतर ले गए। कुर्सी पर बैठाया, पांव धोए, आरती उतारी और तिलक लगाया। शॉल ओढ़ाकर सीएम शिवराज ने उसका सम्मान किया।
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मुख्यमंत्री ने कहा इस घटना से दुखी हूं, मैं आपसे माफी मांगता हूं, आप जैसे लोग मेरे लिए भगवान जैसे हैं……पीड़ित आदिवासी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुदामा कहा बोले तुम अब मेरे दोस्त हो मुख्यमंत्री ने उससे कई विषय पर चर्चा की,पूछा क्या करते हो? घर चलाने के क्या साधन हैं? कौन सी योजनाओं का लाभ मिल रहा है? यह भी पूछा कि बेटी को लक्ष्मी और पत्नी को लाड़ली बहना योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं, मुख्यमंत्री ने कहा बेटी को पढ़ाना, बेटियां आगे बढ़ रही हैं ……
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित की पत्नी से बात की, कहा यह मेरा भाई है, तुम मेरी बहन हो, कोई चिंता नहीं करो तुम्हारा मकान दिलवाना है, काम-धंधा करो, इसके लिए पैसे के भी इंतजाम करवा रहा हूं ……मुख्यमंत्री ने दशमत को भगवान गणेश की एक मूर्ति भी भेंट की, साथ मिलकर पौधारोपण किया …… मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरे लिए दरिद्र ही नारायण है और जनता ही भगवान है,जनता की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है और हम यह मानते हैं कि हर इंसान में ही भगवान निवास करता है,भाई दशमत के साथ अन्याय हुआ मेरा मन दर्द, पीड़ा और व्यथा से भर गया,इसलिए मैंने दशमत को यहां बुलाया क्योंकि मन गहरी वेदना से भरा हुआ था, मन में बहुत तकलीफ थी कि एक बहुत अमानवीय घटना हमारे भाई के साथ घटी मैं व्यथित था और मैं अंतरात्मा से मानता हूं गरीब ही हमारे लिए पूज्य है और उसका अपमान मतलब हम सबका अपमान है।
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सीएम ने कहा कि मन की व्यथा और पीड़ा कम करने के लिए मैंने आज दशमत को यहां बुलाया मैंने दशमत के पैर धोए, पानी माथे से लगाया,ताकि मेरी व्यथा और दर्द कम हो सके, मन में जो पीड़ा थी उस पीड़ा को मैं कम कर सकूं,एक तरफ जिसने अन्याय किया उस को कड़ी सजा और जो अपराध करता है, अन्याय करता है उसका कोई धर्म नहीं होता, कोई जाति नहीं होती, कोई पार्टी नहीं होती,इसलिए जिसने अन्याय किया उस को कड़ी सजा और जिसके साथ अन्याय हुआ उसको कलेजे से लगाकर उसकी पीड़ा भी कम करने की कोशिश…!
सीएम ने कहा कि मैं प्रदेशवासियों से भी अपील करना चाहता हूं हम सभी के प्रति और विशेषकर, गरीबों के प्रति हमारे ऐसे भाई – बहनों के प्रति हम मानवीयता, करुणा, प्रेम, दया और संवेदना से भरे रहें,क्योंकि एक ही चेतना के तो अंश हैं हम सब, उसी एक भगवान ने हम सभी को बनाया है तो इंसान – इंसान में कैसा भेद,हम कोई भेद ना करें, सम्मान और सुरक्षा गरीब के लिए भी जरूरी है आत्मसम्मान गरीब का भी है। उसको हम बनाए रखें और यह संदेश भी शासन और प्रशासन को, दशमत का पैर धोना चरण धोना एक संदेश भी है गरीबों के साथ में किस संवेदना के साथ उनकी सेवा करता हूं।
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सीएम ने कहा कि कोई गड़बड़ करेगा तो उसे कठोरतम सजा मिलेगी, ऐसे लोगों को भी यह संदेश है और जनता शासन-प्रशासन सभी को भी यही संदेश है कि गरीबों का सम्मान और उनका स्थान भी हम सुरक्षित रखें। दशमत मेरा साथी है, मेरा भाई है हर परिवार की जो जरूरतें होंगी, आवश्यकताएं होंगी उसका भी ध्यान रखेंगे, और उनके सम्मान और सुरक्षा की भी चिंता करेंगे ……मेरे मन में सहज भाव आया मैं कोई भगवान कृष्ण जैसा नहीं हूं लेकिन मुझे लगा मेरा भाई आया है तो मैं प्रेम से उसे गले लगाऊं और उसे सम्मान देने की कोशिश करूं। यही भाव मेरे मन में था,दो ही चीजें एक संदेश गरीब की इज्जत सबसे बड़ी है हमारे लिए और दूसरा कठोरतम दंड ताकि कोई ऐसी हिम्मत ना करें।