Face To Face Madhya Pradesh : CM की तलवार.. युद्ध की ललकार! सीएम का किस पर प्रहार
Face To Face Madhya Pradesh : मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ मोहन यादव के तेवर न सिर्फ उनके फैसले में बल्कि जन आभार यात्रा में भी नजर आ रहे
Face To Face Madhya Pradesh
भोपाल : Face To Face Madhya Pradesh : बाजीराव मस्तानी का फेमस डायलॉग तो आपने जरूर सुना ही होगा और अगर नहीं सुना तो अभी सुन लीजिए कि चीते की चाल बाज की नजर और बाजीराव की तलवार पर संदेह नहीं करते, कभी भी मात दे सकती है। लेकिन इन दिनों मध्यप्रदेश में बाजीराव की नहीं सीएम मोहन यादव की तलवारबाजी के चर्चे हो रहे हैं। जी हां सीएम इन दिनों जहां जा रहे हैं। वहां म्यान से तलवार निकाल तलवार चला रहे हैं और जितनी तेजी से वो तलवारबाजी कर रहे हैं, उनके फैसले और एक्शन में भी वो तेजी दिख रही है। तो क्या सीएम की तलवार..युद्ध की ललकार है। सीएम का किस पर प्रहार है और इसके लिए कांग्रेस कितनी तैयार है।
Face To Face Madhya Pradesh : ग्वालियर और जबलपुर की दो तस्वीरें बताने के लिए काफी है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ मोहन यादव के तेवर कैसे हैं। उनका ये तेवर न सिर्फ उनके फैसले में बल्कि जन आभार यात्रा में भी नजर आ रहे हैं। इन दिनों मुख्यमंत्री जहां जा रहे हैं वहां म्यान से तलवार निकालकर लहरा रहे हैं। इसकी बानगी रीवा मे दिखी। सीएम ने जन आभार यात्रा में काफी देर तक तलवार लहराई।
अब जरा 2019 की ये तस्वीर देखिये। जो साफ कह रही है कि मोहन यादव तलवार भांजने में माहिर है। जितनी तेजी से वो तलवारबाजी करते हैं उनके फैसले और एक्शन में भी वो तेजी दिख रही है। रोज जनसभाएं लेना, संभागीय, समीक्षा बैठक के साथ रोड शो में जनता का आभार करना या फिर लापरवाह अफसरों पर गोली की स्पीड से ऑन द स्पॉट फैसले लेना, हर बार नए सीएम नए नए तरीके से इंटरेक्ट कर रहे है। क्षेत्र बदलने के साथ उनका कलेवर और तेवर भी बदल रहा है। इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं कि क्या प्रदेश के हर हिस्से में अपना फुट प्रिंट छोड़ने के मकसद से सीएम यात्राएं कर रहे हैं या फिर इन दौरों से सीएम लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि बीजेपी नेता इसे चुनाव नहीं आत्मनिर्भर और विकसित मध्यप्रदेश के लिए सीएम का कदम बता रहे हैं तो कांग्रेस कह रही है कि मध्यप्रदेश में उल्टी गंगा बह रही है।
Face To Face Madhya Pradesh : न सिर्फ लोकसभा चुनाव बल्कि सियासी गलियारों में सवाल भी पूछे जा रहे हैं कि क्या सीएम मोहन यादव शिवराज सिंह की इमेज को रेप्लिकेट कर रहे हैं। क्या सीएम मोहन यादव हर इलाके में अपनी कोर टीम बनाने में जुटे हैं या फिर प्रदेश के सियासी तासीर को बतौर सीएम फर्स्ट हैंड एक्सपिरियंस करना चाहते हैं।और सबसे बड़ा सवाल ये कि सीएम की ये सक्रियता से पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह उनके प्रतिदंदवियों की मुश्किलें कितनी बढ़ने वाली है।

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