#JusticeForShiv : ‘शिव’ को इंसाफ कब? पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार से की पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग
पूर्व सीएम ने लिखा कि 'इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही असंवेदनशील और संदेहास्पद रही है। इस छात्र के बारे में यह जानकारी भी सामने आयी है कि उसे पुलिस ही कैंपस से उठा कर ले गयी थी।Former CM Kamal Nath urged the government to provide justice to the victim's family
Student Shiv Trivedi dies in BHU
भोपाल। #JusticeForShiva: BHU में छात्र शिव त्रिवेदी की मौत के मामले में एमपी की राजनीति गर्म हो रही है, पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए। पूर्व सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि मध्यप्रदेश के पन्ना ज़िले के गाँव ब्रजपुर के रहने वाला मेघावी छात्र शिव कुमार त्रिवेदी, जो कि उत्तरप्रदेश के बीएचयू में पढ़ने गया था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दो वर्ष पहले परिवार ने दर्ज करवायी थी। उसकी दो वर्ष बाद मौत की ख़बर बेहद दुखद है।
पूर्व सीएम ने लिखा कि ‘इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही असंवेदनशील और संदेहास्पद रही है। इस छात्र के बारे में यह जानकारी भी सामने आयी है कि उसे पुलिस ही कैंपस से उठा कर ले गयी थी।
कमलनाथ ने लिखा कि ‘मैं शिवराज सरकार से माँग करता हूँ कि वो प्रदेश में रहने वाले इस छात्र के परिवार को न्याय दिलवाने के लिये, उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार से इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जाँच व दोषियों पर कार्यवाही की माँग करे एवं पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद करे।
मध्यप्रदेश के पन्ना ज़िले के गाँव ब्रजपुर के रहने वाला मेघावी छात्र शिव कुमार त्रिवेदी ,जो की उत्तरप्रदेश के बीएचयू में पढ़ने गया था , जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दो वर्ष पहले परिवार ने दर्ज करवायी थी।
उसकी दो वर्ष बाद मौत की ख़बर बेहद दुखद है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 27, 2022
#JusticeForShiva: बता दें कि आईबीसी24 पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए मुहिम शुरू की है, आईबीसी24 की टीम मामले की तफ्तीश करने के लिए वाराणसी पहुंच चुकी है। आखिर शिव त्रिवेदी की मौत का सच क्या है यह जानने का प्रयास किया जा रहा है, मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है।
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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के छात्र शिव कुमार त्रिवेदी बीएचयू से बीएससी सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहे थे। 12 फरवरी की रात बीएचयू कैंपस में साथियों के साथ टहलने निकला था। लेकिन कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के दौरान डायल 112 की गाड़ी शिवकुमार को उठाकर ले गई। लेकिन पुलिस उसे अपने साथ ले जाने की बात से मना करती रही, ज्यादा दबाव पर पुलिस ने कहा कि वे शिव कुमार को अपने साथ लाए थे, लेकिन फिर उसे छोड़ दिया था. पिता लगातार संपर्क की कोशिश करते रहे। पिता जब बीएचयू पहुंचे तो पता चला कि कई दिनों से वो कैम्पस नहीं आया। शिव के पिता प्रदीप त्रिवेदी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लंका थाने में लिखाई। शिव के पिता प्रदीप ने अपने बेटे के न मिलने तक नंगे पांव ही रहने का संकल्प लिया था, इस मामले में सीएम योगी ने जांच सीबीसीआईडी को सौंपी थी।
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इस पूरे मामले की जांच आईपीएस सुनीता सिंह की अगुवाई वाली टीम कर रही है, याचिकाकर्ता के वकील सौरभ तिवारी ने छात्र की बरामदगी को लेकर जनहित याचिका पत्र दाखिल की है, ये सुनवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस पीयूष अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने की।

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