पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर, घर बैठे मिलेगी ये सभी सुविधाएं, देखें और उठाए लाभ
ऐसे पेंशनर्स जो शारीरिक रूप से बहुत कमजोर और बुजुर्ग हैं, वे जीवन प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन ही आवेदन कर सकेंगे।
Latest news for pensioners
भोपाल। मध्यप्रदेश के साढ़े चार लाख पेंशनर्स के लिए राहत भरी खबर है। अब पेंशनर्स को जीवन प्रमाण-पत्र देने के लिए बैंक नहीं जाना होगा। यह प्रमाण-पत्र अब ऑनलाइन ही सत्यापित हो जाएगा। ऐसे पेंशनर्स जो शारीरिक रूप से बहुत कमजोर और बुजुर्ग हैं, वे जीवन प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन ही आवेदन कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें: ये है मंदिर विषहर्ता देवी का, बेहोश होकर आते हैं सर्पदंश पीड़ित, लौटते हैं स्वस्थ होकर
बैंक इन्हें ऑनलाइन ही सत्यापित करेंगे। इसके लिए पेंशनर्स का आधार नंबर जरूरी होगा, जिससे डिजिटल हस्ताक्षर और वीडियो कॉल के जरिए प्रमाण-पत्र का सत्यापन हो जाएगा। जो पेंशनर्स ऑनलाइन सुविधा का इस्तेमाल करने में असमर्थ हैं तो उन्हें पोस्ट ऑफिस के जरिए सुविधा मिलेगी, एक पोस्टमैन उनके घर पीओएस मशीन लेकर जाएगा।
यह भी पढ़ें: राहत का ऐलान…क्यों मचा घमासान! आगामी चुनावों में किस पार्टी को राहत देगी जनता?
अंगूठा लगवाएगा और आधार से ऑथेंटिफिकेशन होने पर डिजिटल प्रमाण-पत्र बना देगा, जो ऑनलाइन होगा और संबंधित एजेंसी उसे देख सकेगी। इसके लिए पेंशनर को सिर्फ 70 रु. फीस देनी होगी। पेंशनर्स को यह सुविधा केंद्र सरकार की वेबसाइट india.gov.in पर मिलेगी। इसमें सीएससी, बैंकों एवं सरकारी कार्यालयों द्वारा संचालित जीवन प्रमाण पत्र केंद्रों पर वेबसाइट में अलग से विंडो है।
यह भी पढ़ें: जनजातीय गौरव दिवस…सम्मान Vs सियासत! आदिवासी वोटर्स पर है सबकी नजर
मोबाइल फोन या टैबलेट पर इसकी एप्लीकेशन डाउनलोड कर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण कर सकते हैं। इससे आपको ओटीपी मिलेगा। पेंशन संचालनालय ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है जिसे जल्द सरकार की मंजूरी मिल सकती है। मौजूदा व्यवस्था के अनुसार पेंशन भोगियों को रिटायरमेंट के बाद बैंक में अपना जीवन प्रमाण-पत्र जमा करना पड़ता है, जिसके बाद ही उन्हें पेंशन मिलती है। इसमें दिक्कत ऐसे पेंशनर्स को होती है जो वृद्ध और शारीरिक रूप से कमजोर हैं।
यह भी पढ़ें: बेरोजगारों को ठगने वाले 4 लोग पहुंच चुके हैं सलाखों के पीछे, अब वेबसाइट से खुलेगा कई राज
इसके साथ ही बहुत से सरकारी कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद अपने परिवार के साथ किसी दूसरे शहर में शिफ्ट हो जाते हैं, उन्हें भी बार-बार नौकरी वाले शहर आना पड़ता है। गौरतलब है कि प्रदेश में बैंकों के जरिए हर महीने 1300 से 1400 करोड़ रुपए 4.50 लाख पेंशनर के खाते में डाले जाते हैं। इसमें सबसे ज्यादा 2.70 लाख पेंशनर की पेंशन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से मिलती है। अभी तक 1 से 30 नवंबर तक ये सभी पेंशनर बैंक की शाखाओं में पहुंचते थे और उन्हें जीवित रहने का सर्टिफिकेट देते थे।
यह भी पढ़ें: पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई, हाईवे हार्ट कैफे में हुक्का पिलाते संचालक गिरफ्तार, होटल कैलिफोर्निया से अवैध शराब जब्त

Facebook



