DA hike: सरकार ने कर्मचारियों का DA 3 फीसदी बढ़ाया, पेंशनर को भी 3 फीसदी महंगाई राहत का ऐलान, फिर भी फंस गया ये पेंच

एमपी सरकार के पिछले प्रस्ताव पर भी छत्तीसगढ़ सरकार ने सिर्फ पांच फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की थी अब एक बार फिर 3 फीसदी महंगाई भत्ता देने का प्रस्ताव एमपी सरकार छत्तीसगढ़ को भेजेगी।

DA hike: सरकार ने कर्मचारियों का DA 3 फीसदी बढ़ाया, पेंशनर को भी 3 फीसदी महंगाई राहत का ऐलान, फिर भी फंस गया ये पेंच

7th Pay Commission

Modified Date: November 29, 2022 / 08:38 pm IST
Published Date: August 2, 2022 3:48 pm IST

Government increased DA of employees by 3 percent: भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने अपने कर्मचारियों का 3 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ा दिया है, इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार की सहमति से पौने पांच लाख पेंशनर की महंगाई राहत भी 3 फीसदी बढ़ाने की बात कही है लेकिन इससे पेंशनर खुश नहीं है क्योकिं उन्हें फिर दो राज्यों के बीच सहमति के लिए झूलना बढ़ेगा और 21 साल से यह झूलते आ रहे हैं..एमपी सरकार के पिछले प्रस्ताव पर भी छत्तीसगढ़ सरकार ने सिर्फ पांच फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की थी अब एक बार फिर 3 फीसदी महंगाई भत्ता देने का प्रस्ताव एमपी सरकार छत्तीसगढ़ को भेजेगी।

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दरअसल विसंगति यह है कि 21 साल बाद भी मप्र के पेंशनरों को पूरा महंगाई भत्ता नहीं मिल रहा है..मप्र के पेंशनरों को करीब दो साल से महंगाई भत्ता नहीं मिला है..दरअसल वर्ष 2000 में मप्र से अलग होकर छत्तीसगढ़ बना..कर्मचारियों का बंटवारा 74 और 26 फीसदी के हिसाब से हुआ.. तय हुआ कि जिस दिन से छग बना उसके पहले के पेंशन के मामलों में 74 फीसदी राशि मप्र और 26 फीसदी छग मिलाएगा..

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Government increased DA of employees by 3 percent: वहीं, मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 पेंशनर्स के महंगाई राहत बढ़ाए जाने में आड़े आ रही है। केंद्र सरकार के गृह विभाग के द्वारा जारी इस अधिनियम के तहत दोनों राज्यों की सरकार यह कहती रही है कि जब तक दोनों राज्य पेंशनर्स के महंगाई राहत बढ़ाने पर सहमत नहीं होते तब तक बढ़ी हुई महंगाई राहत नहीं दी जाएंगी.. इसी के चलते 21 सालों से पेंशनर्स के महंगाई राहत के मामले छह महीने से साल भर लटकते रहे हैं..

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com