Gwalior News: अंबेडकर पर विवादित बयान से फिर बढ़ा तनाव! क्षेत्र में सामाजिक टकराव की चिंगारी, BJP-कांग्रेस आमने-सामने, बरैया बोले- RSS का एजेंडा
Gwalior News: अंबेडकर पर विवादित बयान से फिर बढ़ा तनाव! क्षेत्र में सामाजिक टकराव की चिंगारी, BJP-कांग्रेस आमने-सामने, बरैया बोले- RSS का एजेंडा
Gwalior News/Image Source: IBC24
- ग्वालियर-चंबल फिर तनाव की आग में,
- अनिल मिश्रा के विवादित बयान,
- बयानबाज़ी से बढ़ा जातीय टकराव
ग्वालियर: Gwalior News: मध्य प्रदेश का ग्वालियर-चंबल संभाग एक बार फिर तनाव और सामाजिक टकराव की चपेट में है। वर्ष 2018 में SC-ST और सवर्ण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में जहाँ 7 लोगों की जान गई थी, अब वैसा ही माहौल एक बार फिर बनता नजर आ रहा है। इस बार टकराव की जड़ है बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा का विवादित बयान। अनिल मिश्रा ने एक बयान में कहा किअंबेडकर गंदा आदमी है, मैं सौ बार कहूंगा। उससे ज्यादा गंदा व्यक्ति भारत के लिए कोई नहीं हो सकता। उसने पूरे भारत को विभाजित कर दिया, वह संविधान निर्माता नहीं था। इस बयान के बाद ग्वालियर-चंबल में तनाव भड़क गया है। दलित वर्ग आक्रोशित है और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है। वहीं सवर्ण समाज का एक वर्ग सर बीएन राव की मूर्ति लगाने की माँग कर रहा है।
Gwalior Ambedkar statue controversy: 15 मई को डॉ. अंबेडकर की मूर्ति लगाने की पहली कोशिश की गई थी, लेकिन सवर्ण वर्ग के विरोध के चलते वह संभव नहीं हो सकी। इसके बाद से दलित समाज लगातार आंदोलन कर रहा है। वहीं रक्षक मोर्चा नामक संगठन अब सर बीएन राव की मूर्ति लगाने के लिए सक्रिय हो गया है। वे पार्क में भूमिपूजन तक कर चुके हैं।दलित नेता और कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने कहा कि जो काम बीजेपी और RSS नहीं कर पा रहे थे, वो अनिल मिश्रा जैसे वकीलों से करवा रहे हैं। बार-बार अंबेडकर को गालियाँ दी जा रही हैं, जिससे हिंसा जैसा माहौल बन रहा है। वहीं बीजेपी के पूर्व सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि महापुरुषों के खिलाफ ऐसी टिप्पणी निंदनीय है, लेकिन उन लोगों पर भी FIR होनी चाहिए जो हिंसा भड़का रहे हैं। ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने अनिल मिश्रा को नोटिस जारी किया और सोमवार रात उनके बयान पर FIR दर्ज की गई। इसके बाद अनिल मिश्रा अपने समर्थकों और रक्षक मोर्चा के नेताओं के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे और गिरफ्तारी देने की पेशकश की लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार करने से मना कर दिया।
Gwalior News: पुलिस का कहना है कि जरूरत पड़ने पर ही गिरफ्तारी की जाएगी। अब यह विवाद सिर्फ ग्वालियर-चंबल तक सीमित नहीं रहा। भोपाल से लेकर दिल्ली तक यह मामला पहुँच चुका है। कांग्रेस, बसपा, सपा और भीम आर्मी समेत कई संगठनों ने मूर्ति स्थापना को लेकर प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया है। लेकिन इसी के साथ दोनों पक्षों के लोग सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र की सामाजिक फिजा बिगड़ती जा रही है। ऐसे में यदि पुलिस-प्रशासन ने समय पर सख्त कदम नहीं उठाए, तो स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।
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