Reported By: Mahendra Singh Kushwaha
,Gwalior News/Image Source: IBC24
ग्वालियर: Gwalior News: ग्वालियर में एक महिला सोसल मीडिया के प्रेमी के धोखे का शिकार हुई है और अपने 9 साल के बेटे के साथ पाकिस्तान सीमा के पास कहानुमान गांव तक पहुंच गई। तीन महीने बाद पुलिस ने सोशल मीडिया को जरिया बनाया और एक ’हमदर्द दोस्त’ बनकर उसे ढूंढ निकाला। वही महिला को सकुशल परिजनों को सौंप दिया है। दरअसल बहोड़ापुर थाना पुलिस ने बताया कि एक महिला मूलतः अमृतसर पंजाब की रहने वाली है और उसकी ससुराल ग्वालियर डबरा के पिछोर में है।
सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती एक अनजान युवक से हुई जिसने खुद को अमृतसर का बताकर उससे शादी के वादे किए। झांसे में आकर महिला ने अपने पति को छोड़ने का फैसला कर लिया। तीन महीने पहले अपने 9 साल के बेटे को पढ़ाने के बहाने वह बहोड़ापुर में किराए के मकान में आ गई। योजना के मुताबिक 24 अगस्त को वह अपने पति को सोता छोड़ बेटे के साथ प्रेमी से मिलने के लिए रवाना हो गई। महिला के आने की खबर सुनते ही डिजिटल आशिक ने मोबाइल बंद कर लापता हो गया। प्रेमी के धोखे से हताश महिला बेटे संग अमृतसर गुरदासपुर और भटिंडा में भटकती रही। इस दौरान उसने गुरुद्वारों में पनाह लेकर वक्त गुजारा। इसी दौरान उसकी मुलाकात खागर जो पाकिस्तान सीमा से सटा एक गाँव है निवासी सतविंदर सिंह से हुई, जो पेशे से ड्राइवर है।
Gwalior News: सतविंदर ने मदद का भरोसा दिलाकर उसे और बेटे को अपने साथ ले आया। तब से वह सतविंदर के साथ ही थी। महिला अपना मोबाइल ले गई थी लेकिन उसने सिम तोड़ दी थी। कभी-कभी वाई-फाई से इंटरनेट चला रही थी जिससे उसकी इंस्टाग्राम आईडी सक्रिय थी। थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल जयराम यादव ने अपनी पहचान छिपाकर इंस्टाग्राम पर हमदर्द बनकर उससे दोस्ती की और बातों का सिलसिला शुरू किया। भरोसे में लेने के बाद महिला ने खुलासा किया कि वह पाकिस्तान बॉर्डर के पास एक गाँव में है लेकिन कहानुमान आकर मिल सकती है। मुलाकात की तारीख और वक्त तय कर हेड कांस्टेबल अपने साथ महिला के पति और ससुराल वालों को लेकर कहानुमान पहुंचे। वहां स्थानीय पुलिस की मदद से महिला और उसके बेटे को दास्तयाब कर सकुशल परिजनों को सौंप दिया गया और समझाया कि भविष्य में ऐसा न करें।