Reported By: Sharad Agrawal
,Pendra News/Image Source: IBC24
पेंड्रा: Pendra News: तपस्या और त्याग की एक अनोखी तस्वीर इन दिनों देखने को मिल रही है। एक ऐसे बाबा जो उल्टे होकर हाथ के बल चलकर नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी अखाड़ा के धर्मराज पुरी महाराज ने यह कठिन संकल्प लिया है। यह परिक्रमा कोई सामान्य यात्रा नहीं बल्कि लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी है जिसे वह इसी अधोमुखी (उल्टे होकर हाथ के बल) मुद्रा में चलते हुए लगभग चार वर्षों में पूरा करेंगे।
Pendra News: धर्मराज पुरी महाराज इन दिनों छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ज़िले के कबीर चबूतरा क्षेत्र से गुजर रहे हैं। जानकारी के अनुसार बाबा दिन में लगभग दो से तीन किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। यह परिक्रमा दशहरे के दिन अमरकंटक स्थित नर्मदा के उद्गम स्थल से प्रारंभ हुई थी। सात दिनों में वे अब तक लगभग बीस किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं।
Pendra News: यहां से होते हुए वे महाराष्ट्र के रास्ते गुजरात पहुंचेंगे, जहां समुद्र तट को पार करने के बाद नर्मदा के उत्तरी तट से होकर वापस अमरकंटक लौटेंगे और अपनी परिक्रमा पूर्ण करेंगे। यह तपस्या न केवल चुनौतीपूर्ण है बल्कि अद्भुत आस्था और समर्पण का एक जीवंत प्रमाण भी है।