Publish Date - May 26, 2025 / 10:58 AM IST,
Updated On - May 26, 2025 / 01:30 PM IST
Jiwaji University News/Image Credit: Pexels
HIGHLIGHTS
जीवाजी यूनिवर्सिटी ने लिया बड़ा फैसला
ग्वालियर-चम्बल अंचल के 36 महाविद्यालयों में कई कोर्स होंगे बंद
36 निजी महाविद्यालयों की उच्च शिक्षा विभाग ने नही जारी की कोर्स की संबद्धता
Jiwaji University News: ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके चलते अब छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। दरअसल, ग्वालियर-चम्बल अंचल के 36 महाविद्यालयों में कई कोर्स बंद होने जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि, 36 निजी महाविद्यालयों की उच्च शिक्षा विभाग ने कोर्स की संबद्धता जारी नहीं की, जिसके चलते जीवाजी यूनिवर्सिटी ने ये बड़ा फैसला लिया है।
बता दें कि, उच्च शिक्षा विभाग ने जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्ध अंचल के महाविद्यालयों की सूची जारी कर दी है, इसमें 36 ऐसे कॉलेज हैं जहां अलग-अलग कोर्सों को निरंतरता नहीं दी गई है। यूनिवर्सिटी के पीआरओ ने बताया कि, उच्च शिक्षा विभाग ने जिन कॉलेजों को निरंतरता जारी करते हुए मान्य किया हैं सिर्फ उन कॉलेजों को ही जीवाजी विश्वविद्यालय की निरीक्षण प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। वहीं, जिन कॉलेजों को निरंतरता जारी नहीं की गई है उनका निरीक्षण नहीं होगा। जब तक कॉलेज का निरीक्षण नहीं होगा तब तक जीवाजी यूनिवर्सिटी की संबद्धता भी नहीं मिल सकती है।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई सूटी में ग्वालियर के 8, मुरैना के 18, भिण्ड के 3, दतिया के 2 और शिवपुरी श्योपुर के एक-एक सहित कुल 36 कॉलेज शामिल हैं, जिनमें अलग-अलग कोर्सों को एनओसी नहीं दी गई है। ऐसे में अब जीवाजी यूनिवर्सिटी द्वारा इन कॉलेजों को संबद्धता देने के लिए निरीक्षण नहीं कराएगा। नीचे आप कॉलेज और कोर्स की सूची देख सकते हैं..
गुरुकुल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बीए, बीकॉम, बीएससीऔर पीजीडीसीए
इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज : बीए, बीएससी में कम्प्यूटर, मैथ्स, फिजिक्स
टेक्नोक्राफ्ट इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज: बीए में इतिहास, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र,बीएससी : मैथ्स, फिजिक्स, एनिमल हस्बैंड्री आदि
मुरैना के इन कॉलेजों में बंद होंगे ये कोर्स
महात्मा फुले एजुकेशन एकेडमी: बीए और बीएससी
लिटिल फ्लॉवर स्कूल ग्रुप ऑफ एजुकेशन : बीए और बीएससी
सैनिक डिग्री कॉलेज : बीए और और बीकॉम
जय श्रीकृष्णा कॉलेज : बीए, बीएससी में बॉटनी, मैथ्स, फिजिक्स, जूलॉजी
जावित्री देवी महाविद्यालय : बीए और बीएससी में बॉटनी, कैमिस्ट्री, मैथ्स, फिजिक्स, जूलॉजी
सीपीएस कॉलेज बडागांव : बीए में इंग्लिश
महाराणा प्रताप कॉलेज : बीए बीकॉम और बीएससी
एमजीएम कॉलेज: बीए, बीकॉम और बीएससी सहित एमए में इंग्लिश, हिंदी, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, एमकॉम : कॉमर्स, एमएससी में कैमिस्ट्री, कम्प्यूटर, मैथ्स, जूलॉजी
बीएल कॉलेज : बीए में समाजशास्त्र, बीएससी में माइक्रोबायोलॉजी
स्वामी रामकृष्ण परमहंस कॉलेज: बीए, बीकॉम और बीएससी
शिवशक्ति कॉलेज : बीए और बीएससी में बॉटनी, कैमिस्ट्री, जूलॉजी
श्रीमती रामदेवी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बानमोर : बीए और बीएससी
केसर एजुकेशन एकेडमी, पोरसा : बीकॉम और एमए में इंग्लिश, एमएससी में कैमिस्ट्री, मैथ्स, पीजीडीसीए
बीआरएम महाविद्यालय : बीवॉक में एनिमल हस्बैंड्री
सुभाष कॉलेज, कैलारस : बीए और बीएससी
एएनडी कॉलेज, जौरा : बीए, बीएससी
मां पीतांबरा कॉलेज, जौरा : बीए और बीएससी
आईपीएस कॉलेज एजुकेशन, जौरा : बीए और बीएससी
भिंड के इन कॉलेजों में बंद होंगे ये कोर्स
डॉ. अम्बेडकर कॉलेज सिद्धपुरा, दबोह बीए : (8 विषय) बीएससी विषय : ( 7 विषय)
कुसुम बाई जैन गल्र्स कॉलेज: बीए: राजनीति शास्त्र, संस्कृत
एसपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज: बीए में हिंदी, इतिहास, राजनीति शास्त्र
रमेश चंद्र भटेले कॉलेज: बीए और बीकॉम
दतिया के इन कॉलेजों में बंद होंगे ये कोर्स
भारत कॉलेज: बीसीए
श्रीकृष्णा कॉलेज:बीए : इतिहास
शिवपुरी के इन कॉलेजों में बंद होंगे ये कोर्स
महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज कॉलेज : बीए : अर्थशास्त्र, भूगोल, संस्कृत
श्योपुर के इन कॉलेजों में बंद होंगे ये कोर्स
डॉ. अम्बेडकर कॉलेज: बीए : हिंदी, इतिहास, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, संस्कृत, बीएससी : बॉटनी, कैमिस्ट्री, मैथ्स, फिजिक्स।
ग्वालियर-चंबल अंचल के किन कॉलेजों के कोर्स बंद किए जा रहे हैं और क्यों?
ग्वालियर-चंबल अंचल के 36 निजी महाविद्यालयों के कुछ कोर्स बंद किए जा रहे हैं क्योंकि उच्च शिक्षा विभाग ने उन कोर्स की संबद्धता (affiliation) को मंज़ूरी नहीं दी। बिना संबद्धता के यूनिवर्सिटी वैध रूप से कोर्स संचालित नहीं कर सकती।
छात्रों का क्या होगा जो पहले से इन कोर्स में पढ़ रहे हैं?
छात्रों के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ी है। अभी स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए हैं, लेकिन संभावना है कि विश्वविद्यालय या विभाग उन्हें दूसरे कॉलेजों में शिफ्ट करने या वैकल्पिक समाधान देने पर काम करेगा।