Phool Singh Baraiya: ‘जन्माष्टमी मनाते हो तो आपको ईद भी मनानी पड़ेगी, चर्च भी जाना पड़ेगा’, कांग्रेस MLA फूलसिंह बरैया का विवादित बयान

Phool Singh Baraiya: 'जन्माष्टमी मनाते हो तो आपको ईद भी मनानी पड़ेगी, चर्च भी जाना पड़ेगा', कांग्रेस MLA फूलसिंह बरैया का विवादित बयान

  • Reported By: Nasir Gouri

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  • Publish Date - August 14, 2025 / 01:28 PM IST,
    Updated On - August 14, 2025 / 01:31 PM IST

Phool Singh Baraiya/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • फूलसिंह बरैया का जन्माष्टमी पर विवादित बयान
  • BJP संविधान के साथ करती है धोखाधड़ी,
  • धर्म विशेष की नीति निंदनीय

ग्वालियर: Gwalior News: कांग्रेस MLA और दलित नेता फूलसिंह बरैया ने जन्मष्टमी को लेकर विवादित बयान दिया है। विधायक फूलसिंह ने कहा की BJP की सरकार संविधान की शपथ जरूर लेती है लेकिन संविधान के साथ दगाबाजी करती है संविधान के प्रति वफादार लोग नहीं हैं आप एक ही धर्म के व्यक्ति के लिए आजादी दोगे, तो दूसरे धर्म के व्यक्ति कहां जाएगा। Phool Singh Baraiya

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Phool Singh Baraiya: उन्होंने आगे कहा की अगर आप जन्माष्टमी को सरकारी प्रोजेक्ट में शामिल करते हो तो यह संविधान का अपमान है, संविधान के साथ धोखा है संविधान के प्रति बेवफाई है। आप जन्माष्टमी, होली और दीपावली मनाते हो तो आपको ईद भी मनानी पड़ेगी चर्च भी जाना पड़ेगा।

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Phool Singh Baraiya: इसके साथ ही फूलसिंह बरैया ने उत्तर प्रदेश के एक मकबरे में तोड़फोड़ की घटना पर कहा की यूपी में तो संविधान पहले ही खत्म हो चुका है। आप मकबरे पर हमला कर रहे हैं। लेकिन यह सोचिए कि 200 से अधिक देशों में भारतीय रहते हैं अगर आप यहाँ दूसरे धर्म के लोगों को परेशान करेंगे तो वहाँ भी भारतीयों को परेशान किया जाएगा।

 

"फूलसिंह बरैया का विवादित बयान" किस बारे में था?

फूलसिंह बरैया ने जन्माष्टमी को सरकारी आयोजन के रूप में मनाने को संविधान का अपमान बताया और धार्मिक पक्षपात का आरोप लगाया।

क्या "फूलसिंह बरैया" ने बीजेपी सरकार पर "संविधान के उल्लंघन" का आरोप लगाया है?

हाँ, उन्होंने कहा कि सरकार संविधान की शपथ तो लेती है लेकिन उसका पालन नहीं करती और एक धर्म विशेष को बढ़ावा देती है।

"फूलसिंह बरैया" ने "यूपी में मकबरे पर हमले" पर क्या प्रतिक्रिया दी?

उन्होंने कहा कि यह असंवैधानिक है और दूसरे देशों में बसे भारतीयों की सुरक्षा पर भी असर डाल सकता है।

क्या "जन्माष्टमी को सरकारी परियोजना में शामिल करना" संविधान का उल्लंघन है?

बरैया के अनुसार, हाँ। उन्होंने कहा कि किसी एक धर्म के त्यौहार को बढ़ावा देना संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के खिलाफ है।

"फूलसिंह बरैया" कौन हैं?

वे मध्यप्रदेश से कांग्रेस विधायक और एक प्रमुख दलित नेता हैं।