harda pataka factory blast: हरदा हादसे की जाँच के लिए कमेटी गठित.. अपर मुख्य सचिव की अगुवाई में 6 सदस्यीय टीम करेगी जाँच
harda pataka factory blast
हरदा: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हरदा हादसे की जाँच के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया हैं। टीम की कमान अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को सौंपी गई हैं। इस टीम में एक अन्य अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी को भी शामिल किया गया हैं। देखें सदस्यों की सूची

सीएम ने किया मुआवजे का एलान
पटाखा फैक्ट्री में सामने भीषण हादसे पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुआवजे का एलान किया हैं। उन्होंने मृतकों क परिजनों को 4 – 4 लाख रुपये दिए जाने जबकि घायलों को निःशुल्क इलाज मुहैय्या कराये जाने की बात कही हैं। सीएम डॉ यादव ने पूरे हादसे के जाँच के आदेश भी दे दिए हैं। उन्होंने पूरे हादसे पर दुःख जताते हुए कहा हैं कि बचाव और राहत कार्य में प्रशासन जुटा हुआ हैं। रेस्क्यू के लिए सेना के हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने जताई संवेदना
एमपी के विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी ट्वीट किया हैं और मृतकों के लिए संवेदना प्रकट की हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा “मप्र के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट से कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। शोकाकुल परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वो हादसे में मृत लोगों की आत्मा को शांति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे।’
मप्र के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट से कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है।
शोकाकुल परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वो हादसे में मृत लोगों की आत्मा को शांति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे।
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) February 6, 2024
नेता प्रतिपक्ष ने की सीएम से कार्रवाई की मांग
इस पूरे हादसे के बाद नेता प्रतिपक्ष उमग सिंघार ने ट्वीट करते हुए लिखा हैं “उन्होंने आगे लिखा ‘धमाका इतना तेज था कि पूरा शहर दहल गया। घटना के समय यहां काम करने वाले करीब 30 लोगों का कोई पता नहीं! सवाल है कि आखिर रहवासी इलाके में बारूद का भंडार कैसे जमा था? पुलिस और प्रशासन को क्या इसकी जानकारी नहीं थी? इस अवैध फैक्ट्री को किसकी शह थी, जो प्रशासन ने अनदेखी की?
पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के बिना बारूद का इतना बड़ा जखीरा इकट्ठा नहीं हो सकता! संबंधितों पर कार्रवाई होना चाहिए और सारे चेहरे बेनकाब किए जाएं!’ नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से कहा हैं कि बेगुनाहों की मौत पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए!
हरदा का हादसा बेहद दर्दनाक है। अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट हुआ। जिससे कई लोगों की मौत हुई और घायल हुए!
फैक्ट्री के आसपास के 50 से ज्यादा घरों में आग लगने की भी जानकारी मिली।धमाका इतना तेज था कि पूरा शहर दहल गया। घटना के समय यहां काम करने वाले करीब 30 लोगों का कोई पता… pic.twitter.com/jNuTOTmFGK
— Umang Singhar (@UmangSinghar) February 6, 2024

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