अग्निकांड के बाद जागा स्वास्थ्य महकमा, अब निजी अस्पतालों को भी पालन करने होंगे ये मानक

Health department woke up after fire, now private hospitals will also have to follow these standards

अग्निकांड के बाद जागा स्वास्थ्य महकमा, अब निजी अस्पतालों को भी पालन करने होंगे ये मानक
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: September 1, 2022 1:05 pm IST

Health department woke up after fire: जबलपुर : बिते दिनों जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल अग्नि कांड के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।  जिसके बाद अब विभाग  की नजरें निजी क्लीनिकों पर बनी हुई है,निजी अस्पतालों में जांच के दौरान मिली फायर सेफ़्टी मेजर्स की खामियों के बाद स्वास्थ्य महकमे ने जबलपुर में संचालित हो रही सभी  निजी क्लीनिकों के लिए भी फरमान जारी किया है।

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निजी क्लीनिकों को लेकर स्वास्थ्य विभाग  ने जारी किये निर्देश

Health department woke up after fire: स्वास्थ्य विभाग ने फरमान जारी करते हुए कहा है कि निजी दवाखाने में भी मरीज़ो की सुरक्षा के लिए फायर सेफ़्टी के निर्देशो का पालन करना होगा।  वही निजी क्लीनिकों में अग्नि हादसा होने पर आग पर काबू पाने से लेकर मरीज़ो के क्लीनिकों से बाहर निकलने के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए, और इसके लिए नगर निगम के फायर विभाग से फायर सेफ़्टी एंड एग्जिट प्लान की एनओसी लेना होगी,जिसे क्लीनिक का पंजीयन कराते वक्त स्वास्थ्य विभाग के पास जमा करना होगा।ताकि न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल में हुए अग्निकांड भविष्य में दोबारा  न हो, और यदि बावजूद इसके किसी निजी क्लीनिक में अग्नि सुरक्षा के मापदंडों को पूरा नहीं किया जाता है,तो ऐसे निजी दवाखानों पर कार्यवाई होगी  और उनका लाइसेंस निरस्त भी किया जाएगी।

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स्वास्थ्य विभाग ने लोगों  की सेफ्टी को देखते हुए उठाया ये कदम

Health department woke up after fire; दरअसल अभी निजी क्लीनिक खोलने के लिए चिकित्सक पंजीयन के अलावा पॉल्यूशन सर्टिफिकेट,नगर निगम से स्वीकृत नक्शा और क्लीनिक में काम करने वाले स्टॉफ की जानकारी के अलावा मकान मालिक का सहमति पत्र समेत क्लीनिक में इस्तेमाल होने वाले इंस्टूमेंट बताना होता था।  यही वजह है कि बीते दिनों हुए न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल अग्निकांड के बाद से स्वास्थ्य विभाग पर उठ रही उंगली को देखते हुए स्वास्थ्य महकमें की नजरें अब निजी क्लीनिकों पर टिकी हुई है ।


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