सरकारी स्कूलों में अभिनव पहल, टीचिंग लर्निंग मटेरियल बनाएंगे छात्र, 4 मार्च से शुरू होगा प्रयोग

Innovative initiative in government schools, students will make teaching learning material

सरकारी स्कूलों में अभिनव पहल, टीचिंग लर्निंग मटेरियल बनाएंगे छात्र, 4 मार्च से शुरू होगा प्रयोग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:58 pm IST
Published Date: March 3, 2022 11:03 am IST

जबलपुरः Teaching and learning materials in govt schools केन्द्र सरकार की नई शिक्षा नीति के तहत मध्यप्रदेश में 4 मार्च से स्कूल शिक्षा विभाग नई कवायद शुरू करने जा रहा है। इसमें हर स्कूल के शिक्षक छात्रों को साथ लेकर विज्ञान के प्रैक्टिकल की पढ़ाई के लिए जरूरी साइंस मॉडल और कई विषयों के टीचिंग लर्निंग मटेरियल बनाएंगे।

Read more : दोपहर में चुभने लगी धूप, छत्तीसगढ़ में अभी और बढ़ेगी गर्मी, जानिए आपके इलाके में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज 

Innovative initiative in government schools इसमें मुख्य जिम्मेदारी संबंधित सब्जेक्ट टीचर की होगी जिन्हें वेस्ट मटेरियल से टीचिंग लर्निंग मटेरियल तैयार करवाना होगा। इस कवायद का मकसद ना सिर्फ छात्रों का रुझान प्रैक्टिकल साइंस की तरफ बढ़ाना है बल्कि सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों की काबलियत को परखना भी है।

 ⁠

Read more :  अधिकार वापसी की मांग को लेकर नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधिय़ों ने खोला मोर्चा, नगरीय प्रशासन मंत्री के बंगले के सामने किया प्रदर्शन

इस योजना के तहत 4 मार्च को स्कूल लेवल पर चुने गए साइंस मॉडल और टीचिंग लर्निंग मटेरियल, 11 मार्च को ब्लॉक लेवल, 15 मार्च को डिस्ट्रिक्ट लेवल, 22 मार्च को डिविजन लेवल और फिर तारीख तय होने पर स्टेट लेवल पर दिखाए जाएंगे। जिसमें टीचर्स और छात्रों की टीम को इनाम भी दिए जाएंगे।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।