शह मात The Big Debate: चुनावी ‘रेवड़ी’ पर रार! क्या बिहार की हार पचा नहीं पा रही कांग्रेस? देखिए पूरी रिपोर्ट
MP Politics: चुनावी 'रेवड़ी' पर रार! क्या बिहार की हार पचा नहीं पा रही कांग्रेस? देखिए पूरी रिपोर्ट
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- कांग्रेस ने चुनाव आयोग से विपक्ष को भी पैसा वितरण की अनुमति देने की मांग की
- लाड़ली बहना जैसी योजनाओं को कांग्रेस ने अपनी हार की वजह बताया
- बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर जनमत का अपमान करने का आरोप लगाया
भोपाल: MP Politics बिहार चुनाव में कांग्रेस और RJD के महागठबंधन की करारी हार के बाद, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों में आत्ममंथन चल रहा है। EVM हैक, वोटचोरी, और SIR के आरोपों के बाद एमपी कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर निशाना साधने का नया तरीका खोजा है। शुक्रवार को पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा के नेतृत्व में मध्यप्रदेश निर्वाचन कार्यालय पहुंचे। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नाम मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा कि- विपक्षी दलों को चुनाव की आचार संहिता के दौरान पैसा वितरण करने की अनुमति दी जाए। इसके पीछे कांग्रेस ने बिहार, महाराष्ट्र समेत बीजेपी शासित राज्यों की महिला सशक्तिकरण योजनाओं का हवाला दिया। लाड़ली बहना योजना का भी जिक्र करते हुए चुनाव आयोग पर निष्पक्ष चुनाव ना कराने के आरोप लगाए।
MP Politics जहां कांग्रेस ने ज्ञापन के जरिए चुनाव आयोग और बीजेपी खिलाफ आरोपों के तीर चलाए तो बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर जनमत का अपमान करने के आरोप मढ़े और तंज कसा कि कांग्रेस, राहुल गांधी और जीतू पटवारी के नेतृत्व पर चिंतन करे।
कुलमिलाकर EVM और SIR पर छिड़ी सियासी जंग अब एक कदम और आगे चली जा रही है। कांग्रेस अपनी हार की वजह लाड़ली बहना जैसी योजनाओं को ठहरा रही है और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। ऐसे में सवाल ये है कि- क्या महिला सशक्तिकरण की योजनाओं के चलते कांग्रेस मात खा रही है? सवाल ये भी कि- क्या कांग्रेस की नई मांग तर्क संगत है?

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