Face To Face Madhya Pradesh: लव जिहाद पर घमासान..बयानों, खुलासों से तूफान, क्या लव जिहाद गैंग मुस्लिम युवाओं का ब्रेन वाश कर रहा है? देखिए पूरी रिपोर्ट
Face To Face Madhya Pradesh: लव जिहाद पर घमासान..बयानों, खुलासों से तूफान, क्या लव जिहाद गैंग मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहा है? देखिए पूरी रिपोर्ट
Face To Face Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24
- आरोपी फरहान का "सवाब" वाला बयान समाज और धर्म दोनों को शर्मसार करता है।
- मुस्लिम समुदाय ने आरोपी की सोच को इस्लाम विरोधी बताया और शिक्षा से जोड़ने से इनकार किया।
- मामले की जांच गहराई से चल रही है, जिसमें संगठनों की भूमिका और ब्रेनवॉश एंगल की जांच जारी है।
भोपाल: मध्यप्रदेश में लव जिहाद के नाम पर इस वक्त हंगामा बरपा हुआ है । इस हंगामे के शोर में ये भी सुना जा रहा है कि मुख्य आरोपी फरहान को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। बल्कि पुलिस से अपने बयान में उसने इसे सबाब का काम बता रहा है । हमारा सवाल है कि कौन सा दीन कौन सा मजहब ऐसा होगा, जो औरतों की इज्जत से खिलवाड़ की तालीम देता हो, तो क्या मप्र में ऐसे संगठन काम कर रहे हैं जिसमें युवाओं का ब्रेन वॉश किया जाता है?
भोपाल में TIT कॉलेज की छात्राओं के साथ दुष्कर्म मामले में आऱोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी फरहान ने कहा कि हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म करके उसने सवाब यानी पुण्य का काम किया है, उन्हें इसका कोई पछतावा नहीं है, बल्कि गर्व है। अब इस पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। बीजेपी नेताओ ने इसे आड़े हाथों लिया है।
रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि सवाब की शिक्षा देने वाले मौलवियों पर कड़ा एक्शन हो, प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का कहना है कि ऐसे लव जिहाद के आरोपियों को चौक चौराहों पर सजा मिलनी चाहिए। आगे कहा कि जब दुनिया मे 52 देश मुस्लिम बन सकते हैं। तो भारत क्यों हिंदू राष्ट्र नहीं बन सकता? हिंदुओं को कितने बच्चे पैदा करने चाहिए। इसकी सलाह भी लगे हाथ दे डाली। हालांकि इस पर कांग्रेस का कहना है कि रेप के आरोपियो को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
जबकि मुस्लिम स्कॉलर्स का कहना है कि इस्लाम और कुरान की तालीम से इंसानियत को मजबूती मिलती है। आरोपियों को इस्लाम की जानकारी नहीं है। इन आरोपियों का दूर-दूर से इस्लाम से कोई नाता नहीं है। रेप के आरोपियों के बयान से एक बार फिर से एक खास धर्म पर सवाल उठ रहे हैं। मुस्लिम धर्म के लोग लगातार कह रहे हैं कि इस्लाम कभी भी इंसानियत के खिलाफ शिक्षा नहीं देता, लेकिन इस मामले पर अब सियासी बवाल मचना शुरू हो चुका है।

Facebook



