Husband Wife Adult Chat: No husband can tolerate his wife's

Husband Wife Adult Chat: कोई भी पति बर्दाश्त नहीं कर सकता पत्नी की अश्लील चैटिंग, हाईकोर्ट ने कह दी ये बड़ी बात

कोई भी पति बर्दाश्त नहीं कर सकता पत्नी की अश्लील चैटिंग...Husband Wife Adult Chat: No husband can tolerate his wife's obscene chatting

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Modified Date: March 14, 2025 / 03:37 PM IST
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Published Date: March 14, 2025 3:37 pm IST
HIGHLIGHTS
  • मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण फैसला,
  • कोर्ट ने एक महिला की अपील को खारिज कर दिया,
  • कोई भी पति बर्दाश्त नहीं कर सकता पत्नी की अश्लील चैटिंग,

जबलपुर:  Husband Wife Adult Chat: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए एक महिला की अपील को खारिज कर दिया, जिसमें उसने पारिवारिक अदालत द्वारा उसके पति को तलाक देने के फैसले को चुनौती दी थी। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि किसी भी शादीशुदा व्यक्ति को अपने साथी की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और अगर कोई पति या पत्नी अश्लील चैटिंग जैसी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो यह मानसिक क्रूरता के दायरे में आएगा।

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Husband Wife Adult Chat: इस मामले में पत्नी ने आरोप लगाया था कि उसका पति उसके साथ हिंसा करता है और 25 लाख रुपये दहेज की मांग करता है। दूसरी ओर, पति ने यह दावा किया कि उसकी पत्नी मोबाइल पर अपने पुरुष दोस्तों से अनुचित और अश्लील चैटिंग करती थी। हाई कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि शादी के बाद पति और पत्नी को स्वतंत्रता होती है कि वे अपने दोस्तों से बात कर सकते हैं, लेकिन बातचीत सभ्य होनी चाहिए। अगर कोई पति या पत्नी अपने साथी की आपत्ति के बावजूद इस तरह की गतिविधियों में संलग्न रहता है तो यह मानसिक क्रूरता का प्रमाण होगा। अदालत ने पाया कि महिला के पिता ने खुद स्वीकार किया था कि उनकी बेटी को पुरुष दोस्तों से बात करने की आदत थी।

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Husband Wife Adult Chat:  पारिवारिक अदालत ने पेश किए गए चैट प्रिंटआउट्स की समीक्षा के बाद पाया कि यह बातचीत सभ्य नहीं थी। महिला ने अपने पति पर निजता के उल्लंघन का आरोप लगाया, लेकिन कोई ठोस सबूत अदालत के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया। पति आंशिक रूप से सुन नहीं सकता था और यह जानकारी शादी से पहले पत्नी को दी गई थी। शादी के कुछ समय बाद ही पत्नी ने ससुराल छोड़ दी। पति के आरोपों के समर्थन में चैटिंग के प्रिंटआउट अदालत में पेश किए गए, जिनमें अभद्र भाषा का इस्तेमाल पाया गया।

क्या शादी के बाद पति-पत्नी अपने दोस्तों से चैट कर सकते हैं?

हां, लेकिन बातचीत का स्तर सभ्य होना चाहिए और साथी की भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है।

क्या अश्लील चैटिंग तलाक का आधार हो सकती है?

हां, अगर यह साथी के लिए मानसिक तनाव और अपमानजनक स्थिति पैदा करती है, तो इसे मानसिक क्रूरता माना जा सकता है।

क्या निजता के उल्लंघन का दावा किया जा सकता है यदि पति/पत्नी के मैसेज एक्सेस किए जाएं?

यह इस पर निर्भर करता है कि जानकारी कैसे प्राप्त की गई और क्या इसे अदालत में सही ठहराया जा सकता है।

इस केस में अदालत ने किस आधार पर तलाक को मंजूरी दी?

अदालत ने महिला की पुरुष दोस्तों से की गई अश्लील चैटिंग को मानसिक क्रूरता का आधार माना।

क्या केवल अश्लील चैटिंग ही तलाक के लिए पर्याप्त कारण है?

अगर यह साथी के लिए असहनीय स्थिति पैदा करता है और मानसिक तनाव देता है, तो इसे तलाक का वैध आधार माना जा सकता है।