नवरात्र के 9 दिन पूरे होने के बाद आदिवासी संस्कृति के तहत किया गया जवारा का विसर्जन, पूरी परंपरा का किया गया पालन

नवरात्र के 9 दिन पूरे होने के बाद आदिवासी संस्कृति के तहत किया गया जवारा का विसर्जन! Jawara Visarjan After 8 days of Navratri

नवरात्र के 9 दिन पूरे होने के बाद आदिवासी संस्कृति के तहत किया गया जवारा का विसर्जन, पूरी परंपरा का किया गया पालन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 pm IST
Published Date: April 11, 2022 11:54 pm IST

मंडला: Jawara Visarjan Pictures नवरात्र के 9 दिन पूरे होने के बाद मंडला जिले से करीब 30 किलोमीटर दूर रामनगर के पास आदिवासी संस्कृति के तहत जवारों का विसर्जन किया गया।

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Jawara Visarjan दरअसल मन्नत पूरी होने के बाद ये जवारे रखे जाते हैं और नवरात्रि में पूजा-अर्चना के बाद विधि-विधान के साथ इनका विसर्जन किया जाता है। कई सालों आदिवासी वर्ग इस परंपरा का निर्वहन ऐसे ही कर रहे हैं।

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कभी गोंडवंश की राजधानी रही मंडला में आज भी पुरातन परंपरा को उसी सहजता से निभाया जा रहा है। आदिवासी लोग सिर पर इन जवारों को लेकर घाट पहुंचते हैं और गीत-संगीत के साथ इस पूरी परंपरा का पालन किया जाता है।

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