भोपाल। शिव का सत्य तो शिव ही जानता है… लेकिन IBC24 आज शिव के सत्य को सामने लाएगा। इसीलिए हमने शुरु ककी है शिव को इंसाफ दिलाने की मुहिम तो शिव की ये सच्ची कहानी शुरु होती है।
यह भी पढ़ें : मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी महिला कांग्रेस, प्रदेश अध्यक्ष फूलो देवी नेताम ने ली बैठक, दिए ये निर्देश
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के छोटे से गांव बड़गहीखुर्द से…जहां अपनों की छांव में बड़े नाजों से पला 23 साल का एक युवक… परिवार ने बड़ी हसरतों से नाम रखा शिव… पढ़ने-लिखने में बेहद होशियार इसीलिए तो घरवालों के सपनों को सच करने शिव ने बचपन से मेहनत की और उसका एडमिशन नवोदय विद्यालय में हो गया।
शिव ने IIT की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन पारिवारिक वजह से वो वहां दाखिला नहीं ले पाया.. फिर शिव ने देश ही नहीं पूरी दुनिया के जाने माने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का एंट्रेंस टेस्ट पास किया और बीएचयू में बीएससी ऑनर्स में ग्रेजुएशन के लिए दाखिला ले लिया। आंखों में नई जिंदगी के सपने और उजास लेकर शिव बड़गहीखुर्द से बाबा काशी की नगरी पहुंचा, लेकिन यहां उसके सपनों का खून हो गया। मगर कैसे हुई हसरतों की हत्या? ये जानने के लिए देखते रहिए शिव का सत्य आज दिनभर, हर बुलेटिन में सिर्फ IBC24 पर।