खंडवा। आज भले ही हम चांद पर पहुंच गए हो, लेकिन ग्रामीण इलाके अभी भी दकियानूसी के भ्रम जाल में फंसा हुआ है। हम ऐसा इसलिए कह रहे है, क्योंकि बुधवार को खंडवा के जिला अस्पताल परिसर मे एक अजीबो गरीब नज़ारा देखने को मिला है। सर्पदंश से घायल होकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे एक युवक पर तांत्रिक–ओझा द्वारा झाड़–फूंक किया जाने लगा। तांत्रिक कभी बड़बड़ाता तो कभी युवक के कान में फूंक मारने लगता, लेकिन सांप के काटने से बदहवास युवक जितेंद्र अवाक दिखाई दिया।
जितेंद्र जिले के आदिवासी विकासखंड खालवा के ग्राम मोहनिया भाम का रहने वाला है। पिछड़े क्षेत्रों में आज भी लोग इस तरह से अंधविश्वास के चपेट में है, इसका जीता–जागता उदाहरण खंडवा में देखने को मिला है। मीडिया के कैमरे देखकर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर मौके पर पहुंचे और युवक को तुरंत भर्ती करवाकर उसका इलाज शुरू किया। फिलहाल युवक की हालत खतरे के बाहर बताई जा रही है। युवक पर झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिक राम सिंह का कहना है कि मैंने सर्पदंश से पीड़ित कई लोगों की जान बचाई है और अच्छा-अच्छा सांपों का जहर उतारा है। यह लोग भी मेरे पास आए थे और उन्होंने मुझसे सांप का जहर उतारने की बात कही थी। इसलिए मैं यहां पर आया और अपना काम कर रहा था।
तांत्रिक ने कहा कि मैंने अपने तंत्र-मंत्र से उसकी जान बचाई और अब वह सुरक्षित है सांप काटने पर डॉक्टर इलाज काम नहीं आता है। वहीं जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अनिरुद्ध कौशल का कहना है, कि सांप–बिच्छू जैसा कोई भी जीव जंतु यदि किसी व्यक्ति को काट लेता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। पीड़ित तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर को काटे गए जीव का पूरा विवरण बताएं। हर अस्पताल में उसका एंटी डोज उपलब्ध है। एंटी डोज लगाते ही जहर का असर कम हो जाता है, इसमें कोई चिंता वाली बात नहीं है। IBC24 से प्रतीक मिश्रा की रिपोर्ट
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