कमलनाथ छोड़ेंगे हाथ, थामेंगे भाजपा का दामन? अब खण्डवा से कुंदन मालवीय ने भी बदली DP
Will Kamal Nath join BJP:
MP kamalnath news: भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर राजनीतिक अस्थिरता की सुगबुगाहट सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ आने वाले एक से दो दिनों यानि सोमवार तक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उनके साथ उनके बेटे नकुलनाथ भी भाजपा में जा सकते हैं। इतना ही नहीं कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि कमलनाथ के साथ ही करीब 10 विधायक भी भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। इसी बीच खबर है कि कमलनाथ के करीबी और खण्डवा विधानसभा से 2018 एवं 2023 में प्रत्याशी कुंदन मालवीय ने भी अपनी डीपी बदल दी है। जिसके बाद यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि वे भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इनके पहले कमलनाथ के सबसे करीबी सज्जन सिंह वर्मा ने भी अपने बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया है।

इन दिनों मध्यप्रदेश की सियासी फिजाएं बदली बदली नजर आ रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद कहा जा रहा है कि कमलनाथ भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि कमलनाथ भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। तो हम आपको इसके पीछे की वजह बता रहे हैं। बीते दिनों राज्यसभा के चुनाव हुए थे तब यह कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी कमलनाथ को राज्यसभा भेज सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस ने पीसीसी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित कर दिया। शायद यहां भी कमलनाथ को झटका लगा होगा।
MP kamalnath news: इसके पहले जाएं तो बता दें कि एक समय था जब कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के न सिर्फ अध्यक्ष थे बल्कि वे नेता प्रतिपक्ष भी थे। लेकिन विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की हार के बाद उन्हे दोनों ही पदों से हाथ धोना पड़ा। पार्टी ने जीतू पटवारी को पीसीसी चीफ बना दिया और उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दे दी। जाहिर है कि कमलनाथ के पास अब ऐसा कुछ नहीं बचा जिसके दम पर उन्हे प्रदेश का बड़ा नेता माना जाए।
वहीं आने वाले समय में प्रदेश में लोकसभा चुनाव भी होना है ऐसे में यदि कमलनाथ और नकुलनाथ को लोकसभा का उम्मीदवार भी नहीं बनाया गया तो उनके हाथ से सब कुछ चला जाएगा। ऐसे में भाजपा में जाने की उनकी अटकलों को बल तो मिलता है। लोकसभा चुनाव के बाद फिर से पांच साल के लिए प्रदेश में राजनीतिक सन्नाटा छा जाएगा, इसके पहले यदि कमलनाथ पाला बदलकर बहती गंगा में हाथ धो लें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
बता दें कि कमलनाथ इन दिनों दिल्ली में ही हैं। ऐसे में संभावना यह भी जताई जा रही है कि वे दो दिनों बाद भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। शनिवार और रविवार दो दिन भाजपा का दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन भी चल रहा है। उसके बाद भाजपा के बड़े नेता कमलनाथ को समय दे सकते हैं।

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