Bulldozer Action in CG
Khandwa Love Jihad Case: खंडवा: हरसूद क्षेत्र में एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद बढ़ते आक्रोश के बीच अब प्रशासन ने कार्रवाई की है। दरअसल लव जिहाद के आरोपों में जेल भेजे गए आरोपी अरबाज शाह और उसके चाचा आशिक शाह के मकानों को राजस्व विभाग और हरसूद पुलिस ने जेसीबी से आज ध्वस्त कर दिया। ये कार्रवाई उस दिल दहला देने वाली घटना के बाद सामने आई है, जिसमें 29 अक्टूबर को अनुसूचित जाति की एक युवती ने ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों के अनुसार, युवती को मुस्लिम युवक अरबाज लंबे समय से परेशान कर रहा था।
मृत युवती के परिजनों ने बताया कि आरोपी अरबाज शाह लंबे समय से उनकी बेटी पर दोस्ती और शादी के लिए दबाव बना रहा था। परिवार का आरोप है कि अरबाज लगातार फोन और मैसेज के जरिए उसे परेशान करता था। युवती के बालिग होने के बाद ये दबाव और बढ़ गया था। परिवार ने बताया कि अरबाज की प्रताड़ना के कारण जिस युवक से युवती की शादी तय की गई थी ये सब के चलते वो रिश्ता भी टूट गया था। इससे वो मानसिक रूप से बेहद परेशान रहने लगी थी। 28 अक्टूबर 2025 को विवाद के दौरान आरोपी ने युवती के साथ मारपीट की। घर लौटने पर उसने तनाव में आकर जहर खा लिया। परिजन उसे स्थानीय अस्पताल ले गए लेकिन 29 अक्टूबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
युवती की मौत के बारे में पता चलते ही हरसूद में तनावपूर्ण माहौल बन गया था। बड़ी संख्या में लोग हरसूद थाने के बाहर जमा हो गए और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे। प्रदर्शनकारियों ने शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम तक कर दिया था। भीड़ का कहना था कि आरोपी की गिरफ्तारी के बिना अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
हरसूद थाना पुलिस ने आरोपी अरबाज शाह के खिलाफ मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम, 2021 के तहत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया। इसके अलावा आईपीसी की तीन अन्य धाराएं भी जोड़ी गईं। घटना के बाद आरोपी कुछ दिनों तक फरार रहा लेकिन पुलिस ने लगातार तलाश चलते हुए उसे पकड़ा और जेल भेज दिया। परिवार के अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई की गई और सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
घटना के बाद कई हिंदू संगठनों ने एसपी खंडवा से मिलकर आरोपी के अवैध मकान पर बुलडोज़र कार्रवाई की मांग की। इसके बाद प्रशासन ने मकान की वैधता की जांच शुरू की। तहसील कार्यालय की जांच में सामने आया कि अरबाज और उसके चाचा आशिक शाह के घरों में निर्माण से जुड़ी कई अनियमितताएँ मौजूद थीं। अवैध निर्माण की पुष्टि होने पर ध्वस्तीकरण की तैयारी शुरू कर दी गई। कार्रवाई से पहले, तहसीलदार की देखरेख में घर का सारा सामान बाहर निकलवाकर तहसील कार्यालय में सुरक्षित रखवा दिया गया क्योंकि जमानत मिलने के बाद आरोपी का परिवार इस मकान में रहना पहले ही बंद कर चुका था।
गुरुवार सुबह प्रशासनिक दल, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी मशीन से पहले आरोपी अरबाज का मकान ढहाया गया, इसके बाद उसके चाचा आशिक शाह के मकान पर भी कार्रवाई की गई। ध्वस्तीकरण के दौरान पुलिस अधिकारी, तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक मौजूद थे। अधिकारियों का कहना है कि ये कदम न केवल अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए है बल्कि अपराधियों को संदेश देने के लिए भी जरूरी है।