Khargone Collector News: सरकारी राशि में घोटाला करने वाले 4 क्लर्क बर्खास्त, कलेक्टर भव्या मित्तल की कार्रवाई, बाबुओं ने परिवार और रिश्तेदार के नाम राशि डिपॉजिट

Khargone Collector News: सरकारी राशि में घोटाला करने वाले 4 क्लर्क बर्खास्त, कलेक्टर भव्या मित्तल की कार्रवाई, बाबुओं ने परिवार और रिश्तेदार के नाम राशि डिपॉजिट

  •  
  • Publish Date - December 23, 2025 / 01:41 PM IST,
    Updated On - December 23, 2025 / 01:42 PM IST

Khargone Collector News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • खरगोन में लाखों की गबन
  • चार तहसील बाबुओं को कलेक्टर ने बर्खास्त किया
  • कलेक्टर भव्या मित्तल की कार्रवाई

खरगोन: Khargone Collector News:  खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल द्वारा जिले की तीन तहसीलों के चार बाबुओं को लाखों रुपए के गबन के मामले में पद से बर्खास्त कर दिया गया है। वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत मिलने के बाद की गई जांच में यह गड़बड़ी उजागर हुई।

चार तहसील बाबुओं को कलेक्टर ने बर्खास्त किया (Khargone Babu corruption News)

शिकायत के अनुसार लोगों और पीड़ितों को मिलने वाली आरबीसी-6(4) राहत राशि का गबन कर बाबुओं ने लाखों रुपए अपने परिजनों, रिश्तेदारों और करीबियों के खाते में जमा करवा दिए थे। इसके बाद कलेक्टर भव्या मित्तल ने भीकनगांव तहसील के बाबू संतोष मंडलोई, भगवानपुरा तहसील के मनीष चौहान, गोगांवा तहसील के बाबू मनोज कदम और प्रवीण मंडलोई को सेवा से बर्खास्त कर दिया। साथ ही, इन चारों से राशि की वसूली भी की गई।

Khargone Collector News:  जांच में यह भी सामने आया कि आगजनी, बाढ़ और अन्य आपदाओं के पीड़ितों को मिलने वाली राहत राशि में लाखों रुपए की गड़बड़ी हुई थी। वहीं, कलेक्टर ने एक निजी ऑपरेटर श्याम सोलंकी पर भी वैधानिक कार्रवाई की। कलेक्टर भव्या मित्तल का कहना है कि यह कृत्य महालेखाकार ग्वालियर की ऑडिट रिपोर्ट के बाद उजागर हुआ। इसके बाद एमपी सिविल सेवा नियम 1966 के तहत चारों बाबुओं को दीर्घशास्ति के आदेश पर बर्खास्त किया गया।

यह भी पढ़ें

खरगोन में बाबुओं के गबन (Khargone Babu Corruption) का मामला क्या है?

A1. खरगोन जिले की तीन तहसीलों के चार बाबुओं ने आपदाओं के पीड़ितों को मिलने वाली राहत राशि में गबन किया और लाखों रुपए अपने रिश्तेदारों के खातों में जमा करवा दिए।

खरगोन गबन मामले (Khargone Relief Fund Scam) में क्या कार्रवाई हुई?

A2. कलेक्टर भव्या मित्तल ने चारों बाबुओं को पद से बर्खास्त कर दिया और राशि की वसूली भी की। इसके अलावा निजी ऑपरेटर श्याम सोलंकी पर भी वैधानिक कार्रवाई की गई।

खरगोन बाबू गबन (Khargone Babu Dismissal) का खुलासा कैसे हुआ?

A3. यह गबन महालेखाकार ग्वालियर की ऑडिट रिपोर्ट के बाद उजागर हुआ, जिसके बाद एमपी सिविल सेवा नियम 1966 के तहत बर्खास्ती के आदेश दिए गए।