Lakshika Dagar became the youngest Sarpanch of India

न्यूज एंकर…रेडियो जॉकी और अब देश की सबसे युवा सरपंच, बर्थडे से एक दिन पहले ‘लक्षिका’ पूरे गांव से मिला तोहफा

न्यूज एंकर...रेडियो जॉकी और अब देश की सबसे युवा सरपंच! Lakshika Dagar became the youngest Sarpanch of India

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:53 PM IST, Published Date : June 27, 2022/4:32 am IST

उज्जैन: Lakshika Dagar youngest Sarpanch जिले के चिंतामन-जवासिया गांव में सबसे कम उम्र की युवती सरपंच के तौर पर चुनी गई है। बताया जा रहा है कि चुनाव का परिणाम ऐसे समय पर आया है, जब एक दिन बाद ही नव निर्वाचित सरपंच का जन्मदिन है। 21 वर्षीय नई सरपंच लक्षिका न्यूज एंकर और रेडियो जॉकी के तौर पर काम करतीं है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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Lakshika Dagar youngest Sarpanch त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उज्जैन जिले के तहसील की चिंतामन-जवासिया ग्राम पंचायत की नव निर्वाचित सरपंच लक्षिका डागर ने मात्र 21 वर्ष की उम्र में ही सरपंच बनकर सबसे कम उम्र की सरपंच का होने का तमगा लगा लिया है। खास बात यह है कि लक्षिका को जन्मदिन के एक दिन पहले गांव की मुखिया बनने का तोहफा मिला है। 27 जून को लक्षिका 22वें वर्ष में प्रवेश करेंगी। उच्च शिक्षित कम उम्र की महिला सरपंच मिलने से गांव में भी खुशी मनाई गई।

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ग्राम पंचायत की कुल आबादी 3265 है। पंचायत चुनाव के लिए हुए आरक्षण में यहां एससी महिला के लिए सरपंच पद आरक्षित हुआ था। गांव से अजा वर्ग की करीब आठ महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में थी। इनमें सबसे कम उम्र की लक्षिका ही थी। शनिवार देर रात को आए परिणाम के बाद लक्षिका को 487 मतों से विजयी घोषित किया, तो गांव में जश्न का माहौल बन गया।

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ग्रामीणों ने युवा महिला सरपंच के स्वागत में कोई कोर कसर नही छोड़ी। चिंतामन जवासिया की मुखिया पद पर विजयी हुई लक्षिका पढ़ाई के साथ ही उज्जैन लोकल में न्यूज एंकर और रेडियो जॉकी की भूमिका भी निभाती हैं। एमए मास कम्युनिकेशन एंड फैशन डिजाइन में अध्ययनरत रहते हुए समाज से भी जुड़ी रहती हैं। गांव के लोगों का भी मानना है कि लंबे समय बाद युवा और उच्च शिक्षित महिला सरपंच गांव को मिलने से निश्चित ही गांव को ही फायदा होगा। जीत दर्ज करने के बाद लक्षिका का विजयी जुलूस भी गांव में निकला। इस दौरान ग्रामीणों ने ढोल ढमाकों के साथ गांव की बेटी का स्वागत किया।

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नवनिर्वाचित सरपंच लक्षिका डागर ने चर्चा में बताया कि गांव के विकास के लिए कार्य करना था। जब सरपंच के लिए पंचायत में अजा वर्ग की महिला के लिए आरक्षण हुआ, तभी लक्ष्य बना लिया था कि चुनाव लड़कर गांव की समस्या दूर करना है। लक्षिका के पिता दिलीप डागर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक भरतपुरी में रीजनल अधिकारी के पद पर हैं। माता, पिता, बड़े भाई और बहन ने भी लक्षिका को चुनाव के लिए सपोर्ट किया। हालांकि, चुनाव के दौरान सात अन्य महिला प्रत्याशी भी थी। बावजूद इसके ग्रामीणों ने कम उम्र की लक्षिका पर भरोसा जताया।

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लक्षिका ने आगे बताया कि चुनाव का नामांकन भरने के साथ ही गांव के विकास को लेकर लक्ष्य तय किया था। घोषणा पत्र में वायदा किया है कि गांव में पेयजल, नाली, स्ट्रीट लाईट की समस्या हल करना है। साथ ही गांव के आवासीय विहिन परिवारों के लिए आवास योजना का लाभ दिलाने का वायदा पूरा करेंगी। इसके साथ ही गांव के पंचायत कार्यालय में ग्रामीणों की समस्या सुनने के लिए उपलब्ध रहेंगी। जिससे ग्रामीणों की समस्या का निराकरण हो सके।

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