इंदौर (मध्यप्रदेश), 25 दिसंबर (भाषा) इंदौर में जेवरात की एक दुकान से 16 लाख रुपये से ज्यादा का माल चुराने के आरोप में पुलिस ने 18 वर्षीय ग्राफिक डिजाइनर और उसकी हमउम्र महिला मित्र को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रीकृष्ण लालचंदानी ने संवाददाताओं को बताया कि राऊ थाना क्षेत्र में 22 दिसंबर की रात एक दुकान से कुल 16.17 लाख रुपये मूल्य के सोने, चांदी और हीरे के जेवरात की चोरी के आरोप में एक युवा जोड़े को गिरफ्तार किया गया है।
लालचंदानी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया गया है।
उन्होंने आरोपियों की पहचान का खुलासा किए बगैर बताया,‘‘दोनों आरोपियों की उम्र 18 साल है। इनमें शामिल युवक पेशे से ग्राफिक डिजाइनर है, जबकि युवती राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रही है। दोनों बचपन से एक-दूसरे को जानते हैं।’’
डीसीपी ने बताया,’पूछताछ के दौरान युवक ने हमें बताया कि वह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की एक कंपनी में ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर पार्ट-टाइम नौकरी करता था, लेकिन कंपनी द्वारा कृत्रिम मेधा (एआई) तकनीक अपनाए जाने के कारण उसका रोजगार अचानक चला गया था। इससे उसे गुजारे में दिक्कत हो रही थी।’
लालचंदानी के मुताबिक आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों से ताल्लुक रखने वाले आरोपियों ने दावा किया कि उन्होंने हिन्दी फिल्म ‘बंटी और बबली’ देखने के बाद चोरी की साजिश रची थी।
उन्होंने बताया कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद युवक और उसकी महिला मित्र फरार हो गए थे और उन्हें भोपाल से हिरासत में लिया गया।
डीसीपी ने बताया,’आरोपियों का कहना है कि उन्होंने चोरी के जेवरात बेचने की कोशिश की थी, लेकिन खरीदार उन्हें बच्चा समझकर इनकी सही कीमत नहीं दे रहे थे। उन्होंने तय किया था कि वे इन जेवरात को क्रिसमस की छुट्टियों के बाद बेचेंगे।’
भाषा हर्ष नोमान
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