नयी दिल्ली, 25 दिसंबर (भाषा) रोजमर्रा की जरूरत के सामान की त्वरित आपूर्ति करने वाली कंपनी जेप्टो अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम से संबंधित मसौदा प्रस्ताव शुक्रवार को बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल करने जा रही है। कंपनी यह दस्तावेज गोपनीय मार्ग से दाखिल करेगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
आईपीओ संबंधी मसौदा प्रस्ताव को सेबी की मंजूरी मिलने की स्थिति में जेप्टो भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले सबसे नई स्टार्टअप फर्मों में से एक बन जाएगी।
आईपीओ लाने के साथ ही जेप्टो वह अपने क्षेत्र के प्रतिद्वंद्वियों जोमैटो एवं स्विगी की कतार में खड़ी हो जाएगी, जो पहले से ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं। कंपनी का अगले साल शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने का इरादा है।
मामले से परिचित सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से कहा, “जेप्टो 26 दिसंबर को सेबी के पास निर्गम संबंधी मसौदा प्रस्ताव डीआरएचपी दाखिल करने जा रही है।”
हालांकि, इस बारे में कंपनी को भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला।
सूत्रों के मुताबिक, जेप्टो गोपनीय मार्ग से आईपीओ के लिए आवेदन करने की तैयारी में है। इस मार्ग के तहत कंपनी सेबी के साथ अपने मसौदा दस्तावेज को सार्वजनिक किए बगैर उस पर शुरुआती चर्चा कर सकती है।
हाल के वर्षों में गोपनीय मार्ग से आईपीओ लाने का तरीका उन कंपनियों के बीच लोकप्रिय हुआ है, जो आईपीओ से पहले बाजार की स्थिति को देखते हुए अधिक लचीलापन चाहती हैं और नियामक से प्रारंभिक सुझाव लेना चाहती हैं।
जेप्टो का मौजूदा मूल्यांकन सात अरब अमेरिकी डॉलर आंका गया है। कंपनी अपने गठन से लेकर अब तक कुल 1.8 अरब डॉलर (करीब 16,000 करोड़ रुपये) का कोष जुटा चुकी है।
कंपनी ने अगस्त, 2023 में एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली कंपनी यानी यूनिकॉर्न होने का दर्जा हासिल किया था।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई अधूरी छोड़ने वाले युवाओं आदित पलिचा और कैवल्य वोहरा ने इस कंपनी की स्थापना की थी। जेप्टो ने 10 मिनट में किराना के सामान की आपूर्ति का मॉडल अपनाकर बड़े भारतीय शहरों में तेजी से विस्तार किया।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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