नीमच/इंदौर, 26 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के सीमावर्ती नीमच जिले में पुलिस ने दुर्गम पठारी इलाकों में ड्रोन की मदद से गांजे की अवैध खेती का पर्दाफाश करते हुए गेहूं व सरसों की आड़ में उगाए गए गांजे के करीब 33,000 पौधे जब्त किए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक अंकित कुमार जायसवाल ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कुकड़ेश्वर थाना क्षेत्र के दुर्गम पठारी इलाकों में ड्रोन की मदद से पिछले 21 दिनों के भीतर तीन अलग-अलग अभियानों में गांजे के करीब 33,000 हरे पौधे जब्त किए गए हैं जिनका वजन 7.65 क्विंटल है।
उन्होंने बताया कि गांजे के इन पौधों को गेहूं और सरसों के खेतों में शातिर तरीके से उगाया गया था।
जायसवाल ने बताया, ‘‘हम दुर्गम पठारी इलाकों में गांजे की अवैध खेती के खुलासे के लिए मुखबिर तंत्र के साथ ही ड्रोन तकनीक की भी मदद ले रहे हैं। नीमच में खेतों के आस-पास पारंपरिक रूप से पत्थरों की चहारदीवारी बना दी जाती है। ऐसे में बाहर से सामान्य तौर पर देखने से गांजे की खेती का पता लगाना मुश्किल है।’
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अवैध तौर पर गांजा उगाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।
राजस्थान सीमा से सटा नीमच जिला अफीम की खेती के लिए देश-दुनिया में मशहूर है जहां मादक पदार्थों के भंडारण, कारोबार और तस्करी के मामले लगातार सामने आते हैं।
भाषा
हर्ष रवि कांत