भोपाल, 16 मार्च (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को मऊगंज जिले में भीड़ के हमले में मारे गए सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) रामचरण गौतम के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा क्योंकि वह ड्यूटी के दौरान मारे गए। उन्होंने कहा कि गौतम के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर गदरा गांव में शनिवार को आदिवासियों के एक समूह ने कथित तौर पर एक अपहृत व्यक्ति की हत्या कर दी और फिर उसे बचाने का प्रयास कर रहे पुलिस दल पर हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप सहायक उपनिरीक्षक की मौत हो गई।
यादव ने कहा कि एएसआई (जो विशेष सशस्त्र बल की 25वीं बटालियन से थे) को अपने जीवन का बलिदान देने के लिए शहीद का दर्जा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दिवंगत गौतम के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी तथा उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। राज्य सरकार अपने वीर सपूतों के प्रति सदैव नतमस्तक है।’’
पुलिसकर्मी का अंतिम संस्कार सतना जिले के गुलौआ पवैया गांव में किया गया। गौतम के बड़े बेटे सुनील गौतम ने उन्हें मुखाग्नि दी।
अंतिम संस्कार में मंत्री प्रतिमा बागड़ी और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
गौतम के तीन बेटे और दो बेटियां हैं।
भाषा शुभम रंजन शफीक
शफीक
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