Jiwaji University Exam Cheating: इस विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में नकल का बोलबाला, रंगेहाथों पकड़े गए 21 छात्र, स्टूडेंस्ट्स के भविष्य पर उठा सवाल
इस विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में नकल का बोलबाला...Jiwaji University Exam Cheating: Cheating is rampant in the exams of this university
- जीवाजी विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में नकल का बोलबाला,
- नकल करते रंगेहाथ पकड़े गए 21 छात्र,
- स्टूडेंस्ट्स के भविष्य पर उठा सवाल,
मुरैना: Jiwaji University Exam Cheating: जीवाजी विश्वविद्यालय के अधीन संचालित महाविद्यालयों में चल रही बीए और बीएससी परीक्षाओं में नकल का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जिलेभर से अब तक 21 छात्रों को नकल करते पकड़ा गया है, जिसमें सबसे अधिक 4 प्रकरण बानमोर के पंडित नेहरू कॉलेज में दर्ज हुए हैं। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब कुछ कॉलेजों में खुलेआम नकल करते छात्रों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। ये वीडियो मध्यप्रदेश शासन के प्रमुख सचिव और उच्च शिक्षा विभाग तक पहुंचे, जिसके बाद सभी जिलों के कलेक्टरों को नकल रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए।
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चार कॉलेजों के परीक्षा केंद्र बदले गए
Jiwaji University Exam Cheating: नकल के बढ़ते मामलों को देखते हुए जीवाजी विश्वविद्यालय ने चार परीक्षा केंद्रों को तत्काल प्रभाव से बदल दिया है।
इनमें शामिल हैं –
- पंडित नेहरू कॉलेज, बानमोर
- पीएसयू महाविद्यालय
- केएस कॉलेज, मुरैना
- कुछ अन्य केंद्र – जौरा, कैलारस, सबलगढ़ और पोरसा क्षेत्र से भी लगातार शिकायतें मिल रही हैं।
केएस कॉलेज में नकल का सबसे बड़ा खुलासा
Jiwaji University Exam Cheating: केएस कॉलेज, मुरैना में उस वक्त हड़कंप मच गया जब डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी औचक निरीक्षण पर पहुंचीं। परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट पर ताला जड़ा हुआ था और अंदर नकल कराई जा रही थी। डिप्टी कलेक्टर ने आधे घंटे तक इंतज़ार कर गेट खुलवाया और केंद्राध्यक्ष को कड़ी फटकार लगाई। निरीक्षण के दौरान तीन नकलची छात्र पकड़े गए, जो 20-20 सीरीज़ और मोबाइल फोन के माध्यम से नकल कर रहे थे। उसी समय विश्वविद्यालय की फ्लाइंग स्क्वॉड टीम भी केंद्र पर पहुंची, और संयुक्त कार्रवाई में प्रकरण दर्ज किए गए।
प्रशासन की कार्रवाई और चेतावनी
Jiwaji University Exam Cheating: अब तक जिले में 21 नकल प्रकरण बनाए जा चुके हैं। कार्यपालक मजिस्ट्रेटों द्वारा अलग-अलग केंद्रों पर लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि आगे से अगर किसी केंद्र पर नकल कराई गई तो केंद्राध्यक्ष और प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।