Publish Date - May 7, 2025 / 09:38 AM IST,
Updated On - May 7, 2025 / 09:38 AM IST
Morena Love Jihad Case | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
छात्राओं के साथ धोखाधड़ी और अश्लील हरकतों का गंभीर मामला
हिडन कैमरे से छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल
लव जिहाद की शर्मनाक साज़िश का पर्दाफाश
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मुरैना: Morena Love Jihad Case: जिले के जीवाजीगंज क्षेत्र में संचालित एक कंप्यूटर सेंटर में छात्राओं के साथ धोखाधड़ी और अश्लील हरकतों का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि असलम खान नामक युवक ने अपना नाम छुपाकर अभि इंसानियत अभि चौहान और अभि राजपूत जैसे नामों से कोचिंग सेंटर चलाया और वहां पढ़ने आने वाली कई छात्राओं को अपना निशाना बनाया।
Morena Love Jihad Case: जानकारी के अनुसार आरोपी पिछले दो वर्षों से जीवाजीगंज क्षेत्र में अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर के नाम से कोचिंग चला रहा था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि उसने सेंटर के अंदर गुप्त हिडन कैमरे लगा रखे थे जिनसे वह छात्राओं के वीडियो बनाता था। जब कुछ लोगों को इस गतिविधि पर शक हुआ और उन्होंने सेंटर की जांच की तो कई मेमोरी कार्ड और डिवाइसेज़ में आपत्तिजनक वीडियो मिले जिनमें कुछ छात्राएं नाबालिग भी थीं।
Morena Love Jihad Case: स्थानीय लोगों द्वारा पकड़े जाने पर असलम खान को पुलिस के हवाले कर दिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी का असली नाम असलम खान है और वह भिंड जिले के गोरमी क्षेत्र का निवासी है। उसके पास से एक आधार कार्ड, एक बैंक खाता और कई वीडियो रिकॉर्डिंग उपकरण भी बरामद हुए हैं। उसका एक सहयोगी भी गिरफ्तार किया गया है जिसने पुलिस को बताया कि उसने आरोपी को कई बार आपत्तिजनक हरकतें करते हुए देखा है।
"अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर" में क्या फर्जीवाड़ा सामने आया है?
अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर के नाम से संचालित एक कोचिंग संस्थान में आरोपी असलम खान ने अपना नाम बदलकर छात्राओं को गुमराह किया और सेंटर में हिडन कैमरे लगाकर उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाए।
क्या "अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर" से नाबालिग छात्राएं भी प्रभावित हुई हैं?
हां, पुलिस जांच में मिले वीडियो और डिवाइसेज़ में कुछ नाबालिग छात्राएं भी पाई गई हैं, जो इस गंभीर अपराध को और संवेदनशील बनाता है।
क्या "अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर" का संचालक गिरफ्तार हो चुका है?
जी हां, आरोपी असलम खान को स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया गया है। उसके पास से आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स और वीडियो रिकॉर्डिंग उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
क्या आरोपी ने "अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर" में अकेले काम किया?
नहीं, पुलिस ने उसके एक सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कबूल किया है कि वह आरोपी को आपत्तिजनक हरकतें करते हुए कई बार देख चुका है।
क्या "अभि इंसानियत कंप्यूटर सेंटर" को बंद कर दिया गया है?
हां, घटना के सामने आने के बाद कंप्यूटर सेंटर को सील कर दिया गया है और जांच जारी है। पुलिस डिजिटल सबूतों और पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज कर रही है।