Morena News: रात के अंधेरे में वन स्टॉप सेंटर से फरार हुईं नाबालिक लड़कियां, प्रशासन और पुलिस में मचा हड़कंप, क्या है पूरा मामला ?

मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के कोतवाली थाना इलाके के बीटीआई रोड स्थित वन स्टॉप सेंटर से दो नाबालिग लड़कियों के फरार होने की घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी है।

Morena News: रात के अंधेरे में वन स्टॉप सेंटर से फरार हुईं नाबालिक लड़कियां, प्रशासन और पुलिस में मचा हड़कंप, क्या है पूरा मामला ?

morena news/ image source: IBC24

Modified Date: November 9, 2025 / 02:04 pm IST
Published Date: November 9, 2025 11:15 am IST
HIGHLIGHTS
  • मुरैना के बीटीआई रोड स्थित वन स्टॉप सेंटर से दो नाबालिक लड़कियां फरार।
  • सेंटर में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह विफल, CCTV बंद और रजिस्टर अधूरे।
  • गार्ड और महिला हवलदार ड्यूटी पर सो रहे थे।

Morena News: मुरैना: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के कोतवाली थाना इलाके के बीटीआई रोड स्थित वन स्टॉप सेंटर से दो नाबालिग लड़कियों के फरार होने की घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी है। वन स्टॉप सेंटर बच्चों और महिलाओं के संरक्षण के लिए बनाए गए होते हैं, लेकिन इस सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था में हुई भारी लापरवाही ने पूरे सिस्टम की नींद पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

Morena News: घटना बीती रात लगभग तीन बजे हुई। सेंटर का मुख्य गेट खुला हुआ था और सुरक्षा गार्ड व महिला हवलदार ड्यूटी पर सो रहे थे। इसी दौरान दोनों नाबालिग लड़कियां सेंटर से फरार हो गईं। बाल कल्याण समिति को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उनकी टीम मौके पर पहुंची और निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि सेंटर में CCTV कैमरे बंद थे, रजिस्टर अधूरे थे, और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह विफल थी।

बताया जा रहा है कि फरार होने वाली दो लड़कियों में से एक को पारिवारिक विवाद के कारण सेंटर में रखा गया था, जबकि दूसरी को आत्महत्या के प्रयास के बाद सुरक्षा और पुनर्वास के लिए यहां लाया गया था। यह घटना न केवल सेंटर की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि पूरे प्रणालीगत दृष्टिकोण पर भी सवाल उठाती है कि क्या वास्तव में ऐसे सेंटर सुरक्षित हैं।

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पुलिस ने शुरू की मामले में जांच

Morena News: जिला प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों लड़कियों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी। साथ ही सेंटर के सुरक्षा गार्ड और महिला हवलदार को हटाकर जांच शुरू कर दी गई है। बाल कल्याण समिति ने भी सेंटर में सुरक्षा और व्यवस्था की गंभीर कमी पर चिंता जताई।

बता दें कि, वन स्टॉप सेंटर में नाबालिक लड़कियों और महिलाओं को संरक्षण दिया जाता है और उनके परिवार के लोग सेंटर में उनसे मिलने आते हैं। रजिस्टर मेंटेन न होने और CCTV बंद होने जैसी लापरवाही यह दिखाती है कि केंद्र की देखरेख में भी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं हो रहा। अब यह सवाल उठता है कि यदि सेंटर ही असुरक्षित हैं, तो बालिकाओं और महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद आखिर किससे की जाए?

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सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।