morena news/ image source: IBC24
Morena News: मुरैना: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के कोतवाली थाना इलाके के बीटीआई रोड स्थित वन स्टॉप सेंटर से दो नाबालिग लड़कियों के फरार होने की घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी है। वन स्टॉप सेंटर बच्चों और महिलाओं के संरक्षण के लिए बनाए गए होते हैं, लेकिन इस सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था में हुई भारी लापरवाही ने पूरे सिस्टम की नींद पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Morena News: घटना बीती रात लगभग तीन बजे हुई। सेंटर का मुख्य गेट खुला हुआ था और सुरक्षा गार्ड व महिला हवलदार ड्यूटी पर सो रहे थे। इसी दौरान दोनों नाबालिग लड़कियां सेंटर से फरार हो गईं। बाल कल्याण समिति को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उनकी टीम मौके पर पहुंची और निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि सेंटर में CCTV कैमरे बंद थे, रजिस्टर अधूरे थे, और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह विफल थी।
बताया जा रहा है कि फरार होने वाली दो लड़कियों में से एक को पारिवारिक विवाद के कारण सेंटर में रखा गया था, जबकि दूसरी को आत्महत्या के प्रयास के बाद सुरक्षा और पुनर्वास के लिए यहां लाया गया था। यह घटना न केवल सेंटर की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि पूरे प्रणालीगत दृष्टिकोण पर भी सवाल उठाती है कि क्या वास्तव में ऐसे सेंटर सुरक्षित हैं।
Morena News: जिला प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों लड़कियों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी। साथ ही सेंटर के सुरक्षा गार्ड और महिला हवलदार को हटाकर जांच शुरू कर दी गई है। बाल कल्याण समिति ने भी सेंटर में सुरक्षा और व्यवस्था की गंभीर कमी पर चिंता जताई।
बता दें कि, वन स्टॉप सेंटर में नाबालिक लड़कियों और महिलाओं को संरक्षण दिया जाता है और उनके परिवार के लोग सेंटर में उनसे मिलने आते हैं। रजिस्टर मेंटेन न होने और CCTV बंद होने जैसी लापरवाही यह दिखाती है कि केंद्र की देखरेख में भी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं हो रहा। अब यह सवाल उठता है कि यदि सेंटर ही असुरक्षित हैं, तो बालिकाओं और महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद आखिर किससे की जाए?