Teacher’s Big Decision : सरकारी स्कूल के टीचर ने लिया उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान वापस लौटाने का फैसला, वजह जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

सरकारी स्कूल के टीचर ने लिया उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान वापस लौटाने का फैसला...Teacher's Big Decision: Government school teacher decided

  • Reported By: Nasir Gouri

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  • Publish Date - February 12, 2025 / 02:38 PM IST,
    Updated On - February 12, 2025 / 02:38 PM IST

Teacher's Big Decision : Image Source | IBC24

मुरैना : Teacher’s Big Decision : मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ व्यायाम शिक्षक उमेश कुमार तिवारी को राज्यपाल द्वारा उत्कृष्ट शिक्षा के लिए सम्मानित किया गया था। लेकिन बीते चार से पांच महीनों से वेतन न मिलने के कारण वे आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। इस स्थिति से परेशान होकर उन्होंने अपना और अपने पिता का सम्मान सरकार को लौटाने का फैसला किया है।

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सम्मानित शिक्षक की पीड़ा

Teacher’s Big Decision : उमेश तिवारी के पिता रमाकांत तिवारी, जो सेवानिवृत्त डीएसपी हैं, तीन बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित हो चुके हैं। अब उमेश तिवारी खुद भी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किए जा चुके हैं, लेकिन वेतन न मिलने से वे गंभीर आर्थिक संकट में हैं। उमेश तिवारी सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइसिस जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं और उनके इलाज में हर माह करीब ₹20,000 का खर्च आ रहा है। सितंबर 2024 से अब तक (जनवरी 2025 तक) उनका वेतन जारी नहीं किया गया, जिससे उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है। जब उन्होंने वेतन की मांग की, तो उन्हें नोटिस थमा दिया गया और सहायक मूल्यांकन कार्य का भुगतान भी रोका गया।

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प्रभारी प्राचार्य पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी

Teacher’s Big Decision : शिक्षक उमेश तिवारी की शिकायत पर कलेक्टर अंकित अस्थाना ने संज्ञान लेते हुए प्रभारी प्राचार्य मुकेश कुमार शांडिल्य और जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. सक्सेना को कड़ी फटकार लगाई। लेकिन अब तक वेतन जारी नहीं किया गया, जिससे शिक्षक और उनके परिवार की परेशानी और बढ़ गई है।

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सम्मान लौटाने का फैसला क्यों?

Teacher’s Big Decision : उमेश तिवारी का कहना है कि जब उन्हें अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, तो सम्मान का कोई मूल्य नहीं रह जाता। उन्होंने घोषणा की है कि वह राज्यपाल द्वारा दिया गया अपना सम्मान और अपने पिता को मिले राष्ट्रपति पदक भी सरकार को लौटाने जा रहे हैं। शिक्षक उमेश तिवारी की मांग है की उन्हें वेतन तत्काल वेतन भुगतान किया जाए। बीते महीनों की पूरी राशि ब्याज सहित दी जाए। शिक्षकों के साथ हो रहे अन्याय पर सरकार ध्यान दे।

 

उमेश तिवारी कौन हैं और उन्हें कौन सा सम्मान मिला था?

उमेश तिवारी शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरैना में व्यायाम शिक्षक हैं। उन्हें राज्यपाल द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया था।

शिक्षक उमेश तिवारी का वेतन क्यों रोका गया है?

प्रभारी प्राचार्य मुकेश कुमार शांडिल्य द्वारा सितंबर 2024 से अब तक उनका वेतन जारी नहीं किया गया, जिसका स्पष्ट कारण प्रशासनिक लापरवाही बताई जा रही है।

क्या कलेक्टर ने इस मामले में कोई कार्रवाई की?

हाँ, कलेक्टर अंकित अस्थाना ने प्रभारी प्राचार्य मुकेश कुमार शांडिल्य और जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. सक्सेना को फटकार लगाई, लेकिन अभी तक वेतन जारी नहीं किया गया।

शिक्षक उमेश तिवारी सम्मान क्यों लौटाना चाहते हैं?

उन्हें वेतन न मिलने और लगातार संघर्ष करने के कारण लग रहा है कि सम्मान का कोई मूल्य नहीं रह गया, इसलिए उन्होंने अपना और अपने पिता का सम्मान सरकार को लौटाने का फैसला किया है।

उमेश तिवारी की मुख्य मांगें क्या हैं? उनकी मांगें हैं:

तत्काल वेतन भुगतान, बकाया राशि ब्याज सहित दी जाए , शिक्षकों के साथ होने वाले अन्याय पर सरकार ध्यान दे